वाराणसी: उत्तर प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था की बानगी एक बार फिर देखने को मिली है. कानून व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे डीजीपी ओपी सिंह की मौजूदगी में बदमाशों ने सोमवार सुबह एक युवक की हत्या कर दी. शहर में डीजीपी के अलावा देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं. राजनाथ सिंह अपनी सास के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वाराणसी पहुंचे हैं. डीजीपी रविवार को वाराणसी पहुंचे थे. बदमाशों ने जैतपुरा थाने के दारानगर इलाके में इस सनसनीखेज हत्याकाण्ड को अंजाम दिया है. इस हत्याकांड से नाराज लोगों ने कबीर चौरा अस्पताल के सामने सड़क जाम कर दी और धरने पर बैठ गए. डीजीपी की शहर में मौजूदगी में हुए इस हत्याकांड की सूचना मिलते ही आनन-फानन में पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे.

दारानगर का रहने वाला था मृतक कपड़ा व्यवसायी संदीप यादव उर्फ़ सोनू 

इलाके के लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक दारानगर का रहने वाला कपड़ा व्यवसायी संदीप यादव उर्फ़ सोनू रोज की तरह बाहर चाय पीने निकला था. वह इलाके के प्रकाशबीर मन्दिर के पास दुकान पर बैठा चाय पी रहा था. इसी बीच बाइक पर सवार दो युवक वहां पहुंचे. एक युवक ने संदीप को करीब से गोली मार दी. गोली लगते ही सोनू जमीन पर गिर पड़ा. गोली संदीप की गर्दन पर बाईं तरफ लगी. सोनू के नीचे गिरते ही बाइक सवार हत्यारे मौके से भाग निकले. मौके पर मौजूद लोगों ने सोनू के परिवार को सूचना दी और उसे लेकर कबीर चौरा स्थित मंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे. अस्पताल में डॉक्टरों ने सोनू को मृत घोषित कर दिया.



असलहा लहराते हुए भाग निकले हत्यारे

हत्या के इस मामले में मृतक सोनू के भाई ने आरोप लगाया कि मोहल्ले का ही एक मनबढ़ आये दिन सोनू को धमकी दे रहा था. इस मनबढ़ के यहां पंडित नाम के युवक का आना जाना था. सोमवार सुबह जब सोनू घर के पास चाय की दुकान पर चाय पी रहा था, तभी वहां बाइक पर अपने साथ के साथ पहुंचे पंडित से उसकी कहासुनी होने लगी. भाई का आरोप है कि पंडित ने असलहा निकाला और सोनू को गोली मार दी. गोली चलने के बाद लोगों ने पंडित को पकड़ने की कोशिश भी की, लेकिन वह असलहा लहराते और लोगों को धमकाते हुए वहां से निकला भागा.

इलाके के लोगों ने रोड जामकर किया प्रदर्शन

सोनू की मौत की खबर सुनते ही इलाके के लोगों ने मंडलीय अस्पताल के बाहर रोड जामकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनकी मांग थी कि जबतक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता वे सोनू के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे. गुस्साए लोग पुलिस और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे. पुलिस को गुस्साई भीड़ को शांत करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी. हत्या की सूचना मिलते ही वाराणसी के एसपी सिटी दिनेश सिंह, एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र नाथ और क्राइम ब्रांच के इंचार्ज प्रभारी विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे थे. इन अफसरों ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों से इस हत्याकांड के बारे में जानकारी ली है.



सिर्फ 18 साल का है हत्याकांड का आरोपी

इस हत्याकांड में आरोपित पंडित की उम्र महज 18 वर्ष बताई जा रही है. उसके खिलाफ लगभग दो दर्जन क्रिमिनल केस दर्ज है और पुलिस ने उसके ऊपर पांच हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है. पुलिस की टीम घटना वाले इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में लगी है. एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक़ मृतक के घर वालों ने हत्याकांड में कुछ लोगों के नाम लिए हैं. जल्द ही इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच से इसकी तस्दीक हो जाएगी.