लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि विकास कार्यों के दम पर वह एक बार फिर सत्ता में वापसी कर इतिहास रचेंगे. अखिलेश ने आईपीएस सप्ताह में पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हर कोई चुनाव की तारीख का इंतजार कर रहा है और यदि कोई सबसे ज्यादा चुनावों का इंतजार कर रहा है, तो वो मैं हूं .. जैसे ही मैंने लखनउ मेट्रो (ट्रायल रन) को हरी झंडी दिखायी, तभी से मैं चुनावों के लिए तैयार हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोग हालांकि कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में सरकारें कभी दोहरायी नहीं जाती. मैंने जब से काम शुरुू किया है, मैं सभी क्षेत्रों में इतिहास बना रहा हूं और मुझे यकीन है कि इस बार भी इतिहास बनेगा और मैं एक बार फिर मैं आप सबके साथ बैठकर भावी रणनीतियां तैयार करूंगा.’’
दूसरों की गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा
नोटबंदी से लोगों को हो रही परेशानियों का परोक्ष उल्लेख करते हुए अखिलेश ने कटाक्ष किया कि जिन्होंने जनता को तकलीफ दी है, वे चुनाव से भाग सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह उन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए बाध्य हुए थे, जिन्हें फतेहपुर के एक बैंक के बाहर लाठीचार्ज कर दूसरों की गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा था.
पिछले महीने एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पुलिस वालों को फतेहपुर जिले के एक बैंक के बाहर लाइन लगाये लोगों पर लाठीचार्ज करते दिखाया गया था. मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक और थानाप्रभारी को निलंबित कर दिया था.
जल्द घोषित हो सकती हैं चुनाव की तारीखें
घटना का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कहा था कि ऐसा कुछ करें कि बैंकों की कतार में खडे लोगों पर पुलिस बल को लाठचार्ज नहीं करना पड़े क्योंकि अन्य के खिलाफ लोगों में जो गुस्सा है, वह हम पर फूट सकता है. अटकलें हैं कि चुनाव की तारीखें जल्द घोषित हो सकती हैं. चुनाव आयोग ने पांच राज्यों की सरकारों से कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं की तारीख ऐलान करने से पहले आयोग से सलाह मशविरा किया जाए. इन्हीं पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा है कि वह आयोग से विचार विमर्श कर अगले साल होने वाली राज्य बोर्ड परीक्षाओं की तारीख पुनर्निर्धारित करे ताकि विधानसभा चुनावों की तारीख से कोई टकराहट ना हो. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसी सप्ताह की शुरुआत में इलाहाबाद में बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों का ऐलान किया है.
अखिलेश ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष चाहते हैं क्योंकि वह खुद तो ‘निष्पक्ष’ हैं हालांकि देखना होगा कि अन्य लोग कितने निष्पक्ष हैं. उन्होंने कहा, ‘‘देखना होगा कि पुलिस महानिदेशक रहते हैं या हटाये जाते हैं क्योंकि अकसर देखा जाता है कि पहला हमला वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी पर ही होता है.
हर हथकंडे अपनाएंगे राजनीतिक दल
अगले विधानसभा चुनाव में विकास के दम पर जीतने का दावा कर रहे अखिलेश ने कहा कि राजनीतिक दल हर हथकंडे अपनाएंगे. ‘‘यह लोकतंत्र का मेला है और जनता को तय करना है...जाति और धर्म की कई दीवारें हैं लेकिन विकास से सभी को तोडा जा सकता है.’’
अखिलेश ने कहा कि एसपी ने विकास का रास्ता अपनाया है. एक्सप्रेसवे विकास का हाईवे है. मेट्रो जनता के फायदे के लिए है. लोग आज डिजिटल इंडिया की बात करती है लेकिन वास्वत में हमने डिजिटल को प्रोत्साहित किया है. प्रौद्योगिकी का सबसे अधिक उपयोग हमने किया है. शायद इसी वजह से हमारी आलोचना की जाती है. हमें उत्तर प्रदेश को आगे ले जाना है.
उन्होंने कहा कि सभी विभागों ने अच्छा कार्य किया है. ‘‘मैं चाहता हूं कि पुलिस विभाग का कार्य भी देखा जाए. पुलिस पर सबसे अधिक जिम्मेदारी होती है...लेकिन आने वाले समय में कम से कम यहां बैठके हमारे तमाम अधिकारी और अच्छा दिखायी दे इसलिए सभी राजनीतिक दल हर मोर्चे पर विफल हो जाते हैं तो कहते हैं कि कानून व्यवस्था खराब है. मैं महसूस करता हूं कि कहीं ना कहीं वे मुझ पर नहीं बल्कि पुलिस पर कटाक्ष कर रहे हैं.’’
यूपी में निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं: अखिलेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा, "हम तो निष्पक्ष हैं, देखना है विधानसभा चुनाव को लेकर दूसरे लोग कितना निष्पक्ष हैं. हम तो फेयर चुनाव चाहते हैं." पुलिस वीक के तहत वह प्रदेश कैडर के आइपीएस अधिकारियों से मुखातिब थे. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रदेश कैडर के आइपीएस अधिकारियों को अपने सरकारी आवास पर दोपहर के भोजन पर बुलाया था.
मुझे चुनाव का सबसे ज्यादा इंतजार
अखिलेश ने कहा, "उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव काफी चर्चा में रहता है. यहां पर चुनाव जीतने के लिए हर राजनीतिक दल हर हथकंडा अपनाएंगे. इसके लिए हर दल अपनी-अपनी बात करेगा. मुझे चुनाव का सबसे ज्यादा इंतजार है. मैं बेसब्री से इसका इंतजार कर रहा हूं. चुनाव का सबसे ज्यादा इंतजार मैं कर रहा हूं. मैंने कहा था मेट्रो चलने के अगले एक घंटे के बाद मैं चुनाव के लिए तैयार हूं."
उन्होंने कहा कि बैंक या फिर एटीएम से पैसा निकालने के लिए लाइन में लगे लोगों के साथ जरा सा भी अभद्रता न हो, यह लोग तो वैसे ही काफी परेशान हैं. इनको और भी परेशान न किया जाए. बैंकों की लाइनों में लगे लोगों को पुलिस परेशान न करे. सरकार की पहचान आपके काम से ही बनती है.
जमाने के साथ चलना जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा, "हम कार्रवाई नहीं करना चाहते, लेकिन करनी पड़ी. बैंक की सभी ब्रांच का बुरा हाल है. कोई कालाधन नहीं होता है, सच तो यह है कि सिर्फ लेनदेन ही काला और सफेद होता है." अखिलेश ने कहा कि जमाने के साथ चलना जरूरी है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने में यूपी पुलिस की सबसे अहम जिम्मेदारी है. जब से काम करना शुरुू किया, इस सरकार ने हर क्षेत्र में इतिहास बनाया है. यूपी में दोबारा सरकार बनाने का भी इतिहास जरूर बनाएंगे.
उत्तर प्रदेश में 80% परियोजनाएं समय पर नहीं पूरी होने से मुख्य सचिव नाराज
उत्त्र प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने 100 करोड़ से अधिक लागत की लम्बित 126 परियोजनाओं में से 80 फीसदी परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं होने पर आज नाराजगी व्यक्त की. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि विभिन्न विभागों की लंबित 126 परियोजनाओं में से मात्र 25 यानी लगभग 20 फीसदी परियोजनाएं ही शत प्रतिशत पूर्ण हो सकी हैं. इस पर मुख्य सचिव ने नाराजगी जतायी.
प्रवक्ता ने बताया कि सम्बन्धित प्रमुख सचिवों को चेतावनी देते हुये मुख्य सचिव ने कड़े निर्देश दिये कि वे लम्बित परियोजनाओं की नियमित समीक्षा कर बचे कार्यों को प्राथमिकता से पूरा कराये.
एक सप्ताह के अन्दर पूरा करके परियोजना को बनाया जाए जनोपयोगी
भटनागर ने कहा कि तीन सालों में निर्धारित समय सीमा के अनुसार परियोजना के कार्य में विलंब होने के कारण सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर चेतावनी पत्र जारी किये जाये. उन्होंने 100 करोड़ से अधिक लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं को सम्बन्धित विभाग को हस्तांतरण की कार्यवाही आगामी एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कराकर परियोजना को जनोपयोगी बनाया जाए.
मुख्य सचिव ने कहा कि सम्बन्धित प्रमुख सचिवों की जिम्मेदारी होगी कि पिछले कई वषोर्ं से लम्बित परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा कर शेष बचे कार्यों को निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूरा कराये. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की प्रगति की स्थिति ई-परियोजना प्रबन्धन वेबसाइट पर ताजा स्थिति अवश्य अपलोड कराया जाना सुनिश्चित किया जाये.