रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में लॉकडाउन के बाद उपजे हालात पर अपनी राय रखी. मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों, राज्य की वित्ती हालत जैसे कई विषयों बातचीत की.
अनलॉक 1/लाकडाउन 5 पर-
मुख्यमंत्री ने कहा, ''केंद्र सरकार ने अभी तक श्रेय लेने के लिए तो अपने नियम कायदे बताए, लेकिन जब स्थिति खराब होने लगी तो जिम्मेदारी राज्यों पर छोड़ दी गई, मतलब अच्छा हो तो केंद्र ने किया और खराब हो तो राज्य सरकार ने किया है, केंद्र के दोनों हांथो में लड्डू हैं.''
राज्य की वित्तीय हालत पर-
सीएम ने कहा, ''स्थिति खराब है क्योंकि मजदूर वापस आ रहे हैं. आमदनी है नहीं और खर्च वही है. इस वजह से स्थिति खराब है. केंद्र सरकार पैसे का बोझ अकेले न उठाए इसलिए राज्यों को भी पैसे निकालने की जिम्मेदारी दी जाए.''
गोवा में फंसे मजदूरों पर-
मुख्यमंत्री सोरने ने कहा, ''गोवा में बहुत से प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. उनको निकालने के लिए हम लगे हुए हैं. हमारी टीम के लोग उनसे संपर्क करने में लगे हैं. आपकी बात हो रही है तो आपके माध्यम से हम उनसे कहना चाहते हैं कि वो जहां हैं उन्हें सरकार वापस लेकर आएगी.''
दुमका से मजदूरों को चाइना बार्डर पर ले जाने पर-
सीएम ने कहा, ''दुमका से 11 हजार से ज्यादा मजदूरों को ले जाने के लिए BRO के लोग आए हैं. इससे पहले भी मजदूर जाते रहे हैं लेकिन राज्य सरकार को जानकारी नहीं थी कि इतने बड़े स्तर पर जाते हैं. इसलिए हमने फिलहाल इस पर रोक लगाई है और जिसे भी झारखंड के मजदूरों को लेकर जाना है उसे पहले झारखंड के लेबर डिपार्टमेंट के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना होगा.''