पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरियए लोगों को संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री की लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का रखें ख्याल, कोरोना संक्रमण से बचाव का यही प्रभावी उपाय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा दायित्व है लोगों की सेवा करना है.


नीतीश कुमार ने कहा, ''कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी है. हर जगह साफ-सफाई का ध्यान रखें. पूर्वी देशों जैसे जापान में मास्क लगाने की परंपरा पहले से ही है इसलिये वहां कोरोना संक्रमण के मामले कम हैं.''


सीएम ने कहा, ''कोरोना संक्रमण से हमें डरना नहीं है बल्कि सजग और सावधान रहना है. हर स्तर पर बैठक कर कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई. गांव में रहने वाले लोगों, जनप्रतिनिधियों सभी में बड़ी जागरूकता है.''


'मास्क पहनना लोगों के बचाव के लिए जरूरी'


मुख्यमंत्री ने कहा, ''मास्क पहनना लोगों के बचाव के लिए जरूरी है. बिहार में मास्क की कोई कमी नहीं है. बड़े पैमाने पर मास्क बनाये जा रहे हैं. जीविका की दीदियां और क्वारंटीन सेंटरों में रह रहे लोग इसमें सहयोग कर रहे हैं. सभी ग्राम पंचायतों में हर परिवार को चार मास्क और एक साबुन साबुन मुफ्त में दिया जा रहा है. शहर में भी रह रहे गरीबों और जरुरतमंद लोगों के बीच मास्क का मुफ्त में वितरित किया जाएगा.''


सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ''क्वॉरन्टीन सेंटरों में रह रहे लोगों की नियमित जांच हो. होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों की पल्स पोलियो की तर्ज पर नियमित स्क्रीनिंग की जाए और उन पर नजर रखी जाए. कोरोना से संक्रमित बहुत से लोगों में लक्षणों का पता नहीं चलता है इसलिए उनकी लगातार निगरानी जरूरी है.''


मुख्यमंत्री ने कहा, ''जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिलते हैं उन्हें आइसोलेशन केन्द्रों पर रखा जाए. आइसोलेशन सेंटरों को बढ़ाया गया है. वैसे सरकारी भवन जो अभी काम में नहीं हैं, साथ-साथ निजी व्यावसायिक भवनों में आइसोलेशन सेंटर खोले जा रहे हैं. अब तक आइसोलेशन सेंटरों में 13 हजार 4 सौ 96 बेड्स की उपलब्धता है जिसे 40 हजार तक बढ़ाने का लक्ष्य है.''


' ज्यादा बीमार लोगों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में रखा जायेगा'


मुख्यमंत्री ने कहा, ''कोरोना से संक्रमित गैर लक्षणों वाले लोगों को आइसोलेशन केन्द्रों पर रखा जायेगा. जिन लोगों में कोरोना संक्रमण के हल्के लक्षण हों उन्हें अनुमंडल स्तर पर बनाए गए  कोविड हेल्थ सेंटरों में रखा जाएगा. वहीं कोरोना से ज्यादा बीमार लोगों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में रखा जायेगा. एनएमसीएच, पटना, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भागलपुर और अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज, गया को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में चिन्ह्ति किया गया है. इनमें कोरोना से प्रभावित लोगों के लिये 2344 बेड्स की व्यवस्था की गई है. क्वारंटाइन केन्द्रों में रखे गए लोगों के लिए सरकार की ओर से औसतन प्रति व्यक्ति 5300 रुपये खर्च किये जा रहे हैं.''


सीएम ने कहा, ''बिहार से बाहर रह रहे बिहार के लोगों को वहां काफी कष्ट सहना पड़ा. वहां की अधिकतर निजी कंपनियों ने जहां वे काम करते थे उनका ध्यान नहीं रखा. इससे हमें काफी तकलीफ हुई है. हम चाहते हैं कि किसी को भी मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े, सभी को यहीं रोजगार मिले. सरकार की ओर से बाहर फंसे लोगों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये की राशि की मदद दी गई.''


नीतीश कुमार ने कहा, ''बिहार  के सभी  राशन कार्डधारियों को और राशन कार्ड के लिए  चिन्ह्ति परिवारों को भी प्रति परिवार एक हजार रूपये की राशि दी गई. अब तक 1 करोड़ 41लाख राशन कार्डधारी और 21 लाख गैर राशन कार्डधारी योग्य चिन्ह्ति परिवारों को यह सहायता दी गई है. इस मद में अब तक 1620 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं. सभी चिन्ह्ति लोगों के राशन कार्ड बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है.''


इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘शिक्षा विभाग की ओर से कई तरह की छात्रवृत्ति, पोषाक और अन्य योजनाओं के तहत 3261 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं. बिहार के 85 लाख पेंशनधारियों को तीन महीने का एडवांस भुगतान किया गया है. इस मद में सरकार ने 1017 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 200 से अधिक आपदा केन्द्र चलाए गए जिससे रोजाना लगभग 74 हजार लोग लाभान्वित हुए.’


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में अतिवृष्टि/ओलावृष्टि से फसल को हुए नुकसान के अनुदान के लिए 730 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी है. अब तक 12 लाख 35 हजार किसानों के बीच 417 करोड़ रुपये कृषि इनपुट सब्सिडी के रूप में वितरण किया गया है. बांकी बचे किसानों के खातों में जांच के बाद राशि भेजी जाएगी.’


सीएम ने कहा, ‘सरकार की ओर से स्वास्थ्य विभाग के तहत कोरोना उन्मूलन कोष का गठन किया गया है. कोरोनो उन्मूलन कोष में 180 करोड़ रुपये की राषि उपलब्ध है. इस कोष की राषि से दवा, जरूरी मशीनें, टेस्ट किट आदि की खरीदारी में स्वास्थ्य विभाग की ओर से खर्च किया जा सकता है. कोरोना संक्रमण के दौरान अब तक सरकार की ओर से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए 8 हजार 538 करोड़ 52 लाख रूपये व्यय किए गए हैं. आपदा प्रभावितों के लिए हमने शुरू से काम किया है. कोरोना संक्रमण को भी आपदा मानते हुए लोगों को राहत पहुंचाई गयी. सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है.’


'सभी लोग एक दूसरे का ध्यान रखें'


मुख्यमंत्री ने कहा, ''सभी लोग एक दूसरे का ध्यान रखें. किसी की भी तबियत खराब होती है तो उसकी जांच कराएं. ग्रामीण इलाकों के डॉक्टर भी इसका ध्यान रखें. बीमारी के लक्षण दिखने पर लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित करें. 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले बुजुर्ग, गर्भवती महिलायें, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखें. इनमें कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है. लोगों को माइकिंग और अन्य माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है. इस अभियान को लगतार चलाते रहना है.''


बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, ''यहां रह रहे लोगों और बाहर से आए लोगों के रोजगार के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. हम चाहते हैं कि सभी को यहीं रोजगार मिले. किसी को मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े. बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार देने के लिए सभी विभागों को निर्देश दिया गया है. विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमिटी का गठन किया गया है. वहीं बाहर से आए बिहार के लोगों का स्किल सर्वे कराया जा रहा है.''


नीतीश कुमार ने कहा, ‘केंद्र सरकार की ओर से भी लोगों की अलग-अलग तरीके से मदद की जा रही है. केंद्र सरकार ने जन-धन योजना के तहत 500 रुपये की राशि खाताधारियों के खाते में भेजी है, उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को तीन मुफ्त गैस सिलिंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. राशन कार्डधारियों को 3 महीने का अनाज जिसमें हर महीने पांच किलो गेंहू/चावल और एक किलो दाल दिया जा रहा है. केंद्रीय सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारियों के खाते में 1,000 रुपये की राशि भेजी की गई है. स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कराया गया है.''


सीएम ने कहा, ''देश एक है, नागरिकता एक है यहां कोई प्रवासी नहीं है. समाज में विवाद नहीं हो, आपस में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव का माहौल रहे. हम सब साथ मिलकर ऐसा माहौल बनायेंगे कि बिहार में कोई संकट खड़ी नहीं हो.''


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