मुंबई: महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे की गठबंधन सरकार के एक घटक दल कांग्रेस ने अपनी नाराजगी सार्वजनिक कर दी है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार में उसके साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है. कांग्रेस की नाराजगी दूर करने के लिए उद्धव ठाकरे राज्य के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ सोमवार को बैठक करने वाले थे, जो उनकी पत्नी को पितृ शोक होने के कारण टल गई थी. अब ये बैठक आज होगी.


सीएम उद्धव ठाकरे के साथ कांग्रेस नेता बाला साहब थोराट और अशोक चव्हाण बैठक करेंगे. हाल ही में एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री अशोक चव्हाण ने आरोप लगाया था कि ठाकरे सरकार में बतौर पार्टनर उन्हें जायज हक नहीं मिल रहा है. उनका कहना था कि तीनों पार्टियों को बराबरी का महत्व मिलना चाहिए, क्योंकि तीनों पार्टियों के साथ आने से ही सरकार बनी है.


चव्हाण के मुताबिक कई कांग्रेसी मंत्री ये महसूस कर रहे हैं कि सरकार में उन्हें सुना नहीं जा रहा. विकास कार्यों के लिए बांटे जाने वाले फंड में भी तीनों पार्टियों के बीच असमानता है. हर विधायक अपने क्षेत्र का विकास करना चाहता है. अशोक चव्हाण ने ये भी कहा कि भले ही कांग्रेस का मकसद हर हाल में बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना हो, लेकिन इस बात को कांग्रेस की कमजोरी न समझा जाए.


उन्होने ये भी आरोप लगाया कि सरकार के कामकाज पर अफसरशाही हावी है और सरकारी अधिकारी अनबन पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं. हाल ही में कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख और ठाकरे सरकार में मंत्री बालासाहब थोराट ने भी आरोप लगाया था कि सरकार में उन्हें साइडलाइन किया जा रहा है. उनसे पहले पिछले महीने राहुल गांधी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस भले ही महाराष्ट्र की सरकार को समर्थन दे रही हो, लेकिन वो फैसले लेने की स्थिति में नहीं है. बैठक का अभी तक समय तय नहीं है.