लखनऊ: आप यक़ीन नहीं करेंगे लेकिन है सोलह आने सच. कुत्तों के आतंक से हाईकोर्ट को चिंता होने लगी है. अब खुद मुख्यमंत्री हालात का जायज़ा लेने जा रहे हैं. आदमखोर कुत्ते ने लोगों का सुख चैन छीन लिया है. महीने भर में दर्जन भर बच्चों की जान जा चुकी है. लेकिन किसी को कुछ नहीं पता. आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है? वन विभाग से लेकर पुलिस के बडे-बड़े अफ़सर हैरान परेशान हैं. ये सब हो रहा है यूपी के सीतापुर जिले में.


यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सीतापुर जा रहे हैं. कुत्तों के आतंक को लेकर वे लोकल अफ़सरों के साथ मीटिंग करेंगे. पीड़ित परिवारों से मिलेंगे. जिनके बच्चों की कुत्तों ने हत्या कर दी है. कर्नाटक से चुनाव प्रचार कर लौटते ही योगी ने ये फ़ैसला किया.


सीतापुर: ड्रोन कैमरे और दूरबीन से हो रही है आदमखोर कुत्तों की तलाश


वे पिछले चार दिनों से कर्नाटक में बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे थे. इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने अफ़सरों को बुलाया. अदालत में उनसे पूछा गया कि कुत्तों से बच्चों को बचाने के लिए क्या उपाय किए गए हैं. कोर्ट ने अपनी नाराज़गी भी जताई.


आख़िर कुत्ते सीतापुर के बच्चों को क्यों अपना निशाना बना रहे हैं? जितने मुँह उतनी बातें. कुछ लोगों का कहना है कि इसकी वजह बूचडखानों का बंद होना है. अवैध बूचडखाने बंद होने से कुत्ते अब बच्चों को मारने लगे हैं. कुछ लोग बताते हैं कि ये आदमखोर कुत्ते बाहर से आए हैं.


यूपी में खूंखार कुत्तों का आतंक, 12 बच्चों को नोच खाया, कई जख्मी


वन विभाग की टीम इस चक्कर में कई कुत्तों को मार चुकी है. लेकिन कुत्तों का आतंक बना हुआ है. अखिलेश यादव ने भी इसी बहाने योगी सरकार का मज़ाक़ उड़ाया है.


पूर्व सीएम ने कहा,"एनकांउटर के बहाने बीजेपी वाहवाही लूट रही है जबकि वो आदमखोर कुत्तों से अपने बच्चों की जान भी नहीं बचा पा रही है." सीतापुर के कुत्ते अब किसी रहस्य या फिर यूँ कह लें कि एक अबूझ पहेली बन चुके हैं. बच्चों ने डर के मारे स्कूल जाना छोड़ दिया है.