लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मूड जानने के लिए ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं. सोमवार को वो प्रतापगढ़ पहुंचे. यहां योगी ने कंधई मधुपुर गांव में लोगों की चौपाल लगाई, उनकी समस्याएं सुनीं और पूछा कि क्या सरकारी स्कीमों की फायदा उन्हें मिला?
मुख्यमंत्री के सवाल के जवाब में ज्यादातर लोगों ने इनकार कर दिया. इसके बाद सीएम योगी ने सबके सामने अधिकारियों से जवाब मांगा. योगी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कल तक यहां कैंप लगाकर राशनकार्ड सत्यापन का कार्य हो जाना चाहिए. योगी ने सीडीओ से लेकर डीएम तक को मंच पर लतब कर लिया. सीएम योगी ने अस्पताल और अनाज मंडी का औचक निरीक्षण भी किया.
दलित के घर खाया खाना, राहुल गांधी पर हमला
चौपाल के बाद योगी दलित दयाराम सरोज के घर पहुंचे और जमीन पर बैठकर परिवार के संग खाना खाया. यूपी में 21 प्रतिशत दलित आबादी है. योगी रात में गांव के ही सरकारी हाईस्कूल में ही रुके. दलितों के मुद्दे पर राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दलित नहीं वो हमारे लिए जनार्दन का एक स्वरूप है. इस देश के संविधान को अगर किसी से खतरा है तो कांग्रेस से है. राहुल गांधी से खतरा है, इन्होंने न्यायपालिका तक को नहीं छोड़ा. इन लोगों ने पूरे देश का माहौल खराब करने की कोशिश की है.
जब अचानक सीएम योगी ने काफिला रुकवाकर सड़क खोदने को कहा
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का क़ाफ़िला तेज़ी से बढ़ रहा था. अचानक मुख्यमंत्री की गाड़ी में ब्रेक लगी, वे कार से नीचे उतरे. अधिकारी भी दौड़ते हुए उनके पास पहुंचे. जिस सड़क पर योगी खड़े थे, वो नई बनी थी. सीएम ने प्रतापगढ़ के डीएम से सड़क की जांच कराने को कहा. उन्होंने कहा हम इसका क्वालिटी टेस्ट करा लेंगे लेकिन योगी नहीं माने. उन्होंने तुरंत सड़क की खुदाई के आदेश दे दिए.
आनन फ़ानन में बेलचा लेकर सरकारी कर्मचारी वहां पहुंच गए, सड़क की खुदाई शुरू हो गई. यूपी की राज्य मंत्री स्वाति सिंह भी योगी के साथ थीं. मज़दूरों ने फावड़े से सडक में गड्ढा किया, उसके नमूने लिए. जिसका टेस्ट लैब में होगा लेकिन योगी सड़क की क्वालिटी से संतुष्ट दिखे. वैसे यूपी में सड़कों के खराब बनने की शिकायतें आम हैं. योगी ने सीएम बनते ही राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की अभियान शुरू किया था.