लखनऊ: यूपी सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर 'एक साल नई मिसाल' कार्यक्रम के तहत सीएम ने आज एक साल के काम का ब्यौरा पेश किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि किस तरह उनके सामने चुनौतियां थीं और इन चुनौतियों को उन्होंने कैसे पार किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,"यूपी सरकार के एक साल के सफल आयोजन पर मैं सभी का स्वागत और अभिनंदन करता हूं. आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विकास और सुशासन के सपने को साकार करने के लिए आज से ठीक एक साल पहले 19 मार्च 2017 को हमारी सरकार ने शपथ ग्रहण की थी."
उन्होंने कहा,"उत्तर प्रदेश की जनता ने परिवर्तन, विकास के साथ-साथ शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए पीएम के साथ खुद को जोड़ा जिसका परिणाम था कि बीजेपी और सहयोगी दलों को प्रचंड बहुमत मिला. जनता ने नई आशा और उम्मीद के साथ सरकार बनाने में योगदान दिया."
सीएम ने कहा,"पिछले एक साल से सरकार ने क्या किया है, एक साल नई मिसाल पुस्तिका और डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से बताया जाएगा. हालांकि किसी भी सरकार के काम का मूल्यांकन एक साल में मुमकिन नहीं और वो भी यूपी में जहां जंगल राज और गुंडा राज रहा हो, विकास की योजनाएं ठप पड़ी रही हों. उस प्रदेश के लिए ये एक चुनौती से कम नहीं."
योगी ने कहा,"हमारी सरकार ने टीम बना कर जनता के लिए जो किया वो जनता के सामने है. ये हमारा सौभाग्य है कि अन्तोदय के सपने को साकार करने के लिए हमने जो प्रयास शुरु किए वो सफल होते दिख रहे हैं. हमारी पार्टी ने चुनावों से पहले एक लोक कल्याण संकल्प पत्र प्रस्तुत किया था. इसी के बल पर हमारी सरकार योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने का काम कर रही है."
उन्होंने कहा,"आप जानते हैं कि यूपी की राजनीति किस चीज के लिए बदनाम थी. लेकिन हमारी सरकार ने इस तरह की राजनीति से प्रदेश को मुक्त किया और अब प्रदेश का किसान, नौजवान, दलित, वंचित और अंतिम पायदान पर खडा शख्स भी हमारे एजेंडे का हिस्सा है."
मुख्यमंत्री ने कहा,"हमने जब पदभार ग्रहण किया तो खजाना खाली था, वीआईपी कल्चर लागू था, गुंडाराज की स्थिति थी, किसान आत्महत्या कर रहा था, निवेश करने की बात तो सपना थी, प्रदेश में भय और दहशत का माहौल था, भर्तियों पर रोक लगी थी, पीएम के दिशानिर्देश में हमने काम शुरु किया और उन हालातों से प्रदेश को निकाला."