लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि जो भी लोग पेपर लीक करने में दोषी पाए जाएंगे, उन पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगेगा. साथ ही इस अपराध में यदि संस्थाएं भी दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर उनकी भी मान्यता रद्द की जाएगी. मुख्यमंत्री डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे.

मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रदेश सरकार अच्छे ढंग से कार्य करना चाहती है और कार्य कर रही है. अक्सर हम लोग देखते हैं कि योग्य और प्रतिभावान छात्र पिछड़ जाता है और गलत लोग हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं. पिछले 15-16 महीनों में ऐसे गलत लोग सरकार की चपेट में आए और उन पर सरकार सख्ती से कार्यवाही कर रही है."

योगी ने कहा, "परीक्षा की शुचिता प्राथमिका है उसे हमेशा बनाए रखना चाहिए. इसलिए आज हमने सभी बोर्ड और आयोग के चेयरमैन से कहा है कि भर्ती परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ बैठक कर पारदर्शी (ट्रांसपेरेंट) और फुलप्रूफ व्यवस्था और कार्य योजनाएं बनाए, ताकि किसी प्रकार की लीकेज न हो."

योगी ने कहा कि हमने यह तय किया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी परीक्षा का पेपर लीक करते पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ एनएसए (रासुका) लगाया जाए. यही नहीं जो संस्था इसमें दोषी पाई जाती है तो उसे ब्लैक लिस्टेड कर उसकी मान्यता रद्द करने की कार्यवाही की जाएगी. हम इसको भी इसके दायरे में ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जब प्रतिभाएं समाज में सम्मान नहीं पाती हो उसका पलायन होता है, जो आज हो रहा है. कहा कि गलत तरीका अपनाने वाले लोग कभी सफल नहीं होते. उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस (5 सितंबर) के दिन तक सभी 41556 शिक्षकों को हर हाल में नियुक्ति पत्र देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देश दे दिए हैं. इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं होगी.

योगी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, "जो प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा, हम उसकी सेवा के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर देंगे."

उन्होंने कहा कि मेहनत करके आगे आने वाले प्रतिभाओं को हतोत्साहित करने वालों को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी.