उन्होंने कहा कि जो लोग देश में विवाद व उपद्रव चाहते हैं, वे इस मामले के जल्द हल निकलने की राह में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "रामजन्मभूमि विवाद का हल जल्द से जल्द निकाला जाना चाहिए. यह देशहित में है और सौहार्द व समृद्धि के लिए जरूरी है."
सर्वोच्च न्यायालय ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले को वृहत संवैधानिक पीठ के पास भेजे जाने की याचिका खारिज कर दी और निर्णय लिया कि गठित होने वाली नई तीन सदस्यीय पीठ 29 अक्टूबर से मामले की सुनवाई करेगी.
खेल और खिलाड़ियों के लिए ये है यूपी सरकार का प्लान, पदक जीतने वालों पर बरसेगा पैसा
सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को महत्वपूर्ण बताते हुए योगी ने कहा, "हम इसका स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय जल्द ही रामजन्मभूमि मामले में फैसला सुनाएगा."
भाजपा के नेता विनय कटियार ने कहा कि इस निर्णय ने मुख्य मामले में जल्द फैसले का मार्ग प्रशस्त किया है. उन्होंने कहा, "उच्चतम पीठों के पास भेजे जाने की याचिका पर रोक लगा दी गई है..इस मामले भी कुछ भी चर्चा योग्य नहीं बचा है."
कटियार ने कहा, "हमारी लड़ाई मंदिर या मस्जिद को लेकर नहीं है. हमारी लड़ाई राम की जन्मभूमि को लेकर है. इसलिए हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द फैसला सुनाया जाए, ताकि राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके."