लखनऊ, बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात नौ बजे सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर एक मीटिंग बुलाई है. इस मीटिंग में एडीजी आनंद कुमार समेत होम सेक्रेटरी आदि भी शामिल होंगे. बुलंदशहर की घटना के बाद से सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं जिसमें एक इंस्पेक्टर समेत दो लोगों की जान चली गई थी. सवाल यूपी पुलिस और राज्य के लॉ एंड ऑर्डर पर भी हैं. इन्हीं मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री ने ये बैठक बुलाई है.
दूसरी ओर शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के पार्थिव शरीर को लेकर परिवार एटा के तर्गवा गांव पहुंचा जहां नाराज परिवार ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां नहीं आते, अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. हालांकि बाद में समझाने बुझाने पर अंतिम संस्कार किया गया. गांव के लोग भी कई तरह के सवाल कर रहे थे और सुबोध की बहादुरी की बातें कर रहे थे.
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है और हालात तालिबान जैसे हो गए हैं. इंस्पेक्टर की हत्या को सरकार के माथे पर कलंक बताते हुए प्रवक्ता ने सीएम के इस्तीफे की मांग की.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता पवन पांडे ने कहा कि सीएम योगी ने राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और कानून के रखवाले, सरकारी लोग भी मारे जा रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपति और राज्यपाल से सरकार को बर्खास्त करने की अपील की.
इस बीच बुलंदशहर पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के तीन हत्यारोपियों को जेल भेज दिया. देवेंद्र, आशीष और चमन को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था जहां से उन्हें जेल भेजा गया. जिस चिंगरावठी गांव का ये मामला है वहां पर भारी मात्रा में आरएएफ तैनात की गई है.