मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बिहार की अदालत में परिवाद पत्र दायर
याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि कमलनाथ की टिप्पणी से दोनों प्रदेश के लोग आहत हुए हैं. ये परिवाद पत्र आईपीसी की धारा 153 और 504 के तहत बुधवार को दायर कराया.
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बिहार और उत्तरप्रदेश के लोगों को लेकर की गयी विवादित टिप्पणी को लेकर बुधवार को एक परिवाद पत्र दायर किया गया. सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाश्मी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कमलनाथ के खिलाफ ये परिवाद पत्र आईपीसी की धारा 153 और 504 के तहत बुधवार को दायर कराया.
कमलनाथ की टिप्पणी से दोनों प्रदेश के लोग आहत हुए हैं: याचिकाकर्ता
याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि कमलनाथ की टिप्पणी से दोनों प्रदेश के लोग आहत हुए हैं. गौरतलब है कि कमलनाथ ने निवेश को प्रोत्साहन देने वाली योजना की घोषणा करते हुए गत 18 दिसंबर को कहा था कि मध्य प्रदेश के लोग बेरोज़गार रह जाते हैं जबकि उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लोग नौकरियां ले जाते हैं.
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मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के 70 प्रतिशत कर्मचारियों को रोजगार देने पर निवेशकर्ता कंपनी को प्रोत्साहन देने की बात की. कमलनाथ की ये विवादित टिप्पणी को बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी ने देश के संघीय ढांचे के लिए खतरनाक बताया था. वहीं कांग्रेस की सहयोगी पार्टी आरजेडी ने कहा था कि उन्हें ऐसे बयान देने से बचना चाहिए.
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