पटना: लॉकडाउन के दौरान देशभर के अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग तरह की तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. देश में 21 लोगों का लॉकडाउन चल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि लोग घरों में ही रहें. यातायात के साधन भी बंद हैं. वहीं बिहार से इस दौरान कालाबाज़ारी की शिकायतें देखने को मिल रही हैं.  


दरअसल कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए बिहार में एस्मा और बिहार महामारी बीमारी एक्ट भी लागू किया गया है. बावजूद इसके पटना से सटे इलाकों में कालाबाज़ारी शुरू हो गई है. बाज़ार से आटा और चावल ग़ायब हो गया है. राजधानी पटना और दानापुर के कई इलाक़ों में कालाबाज़ारी की शिकायतें लगातार आ रही हैं.


दानापुर मंडी में आम लोगों का कहना है कि दुकानदारों ने चावल और आटा का स्टॉक कर कालाबाजारी शुरू कर दी है. दुकानदारों ने सफाई दी है. उनका कहना है कि थोक विक्रेता जिस दाम में हमें सामान मुहैया करवा रहे हैं हम उसी दर पर आम जनता को बेच रहे हैं. दुकानदारों का तर्क है कि लॉक डाउन के दौरान गाड़ियों को नहीं चलने दिया जा रहा है. इसी कारण हमें भी महंगी दर पर सामान मिल रहा है.


यही हाल पटना के आशियाना दीघा रोड का भी है. आम जनता का आरोप है कि दुकानदार कालाबाजारी कर रहे हैं.जबकि दुकानदारों से जब हमने बातचीत की तो पता चला कि लॉक डाउन के दौरान रिक्शा, ठेला, टमटम और बड़े वाहनों को वर्जित कर दिया गया. जिस वजह से हमारे पास ऊंची कीमतों पर समान पहुंच रहा है.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आदेश दे रखा है कि कालाबाजारी पर किसी तरह से भी रोकथाम लगाई जाए. राजधानी पटना के कई किराना मंडी में लगातार छापेमारी भी की जा रही है.


यहां पढ़ें


यूपी के बदायूं में पुलिस की बदसलूकी, लॉकडाउन का पालन नहीं करने पर दी रेंग कर जाने की सजा


Coronavirus ने कैसे बदल डाला ऑनलाइन शॉपिंग का गणित, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े