मध्य प्रदेश में खनिज मंत्री और कम्प्यूटर बाबा आमने-सामने
कंप्यूटर बाबा 3 दिनों से सीहोर जिले में नर्मदा नदी के किनारे 200 चेलों के साथ अवैध खनन के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. बाबा का धरना प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना.
भोपाल: मध्यप्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल और नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा का टकराव अब खुलकर आ गया है . कंप्यूटर बाबा द्वारा नदियों के किनारे तंबू गाड़कर कथित रूप से अवैध खनन के खिलाफ चल रहे मुहिम को लेकर खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा.
मंत्री ने नाराजगी दिखाते हुए कहा, "बाबा को बाबागिरी करनी चाहिए. उन्हें खनिज विभाग के काम में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है. जहां अवैध उत्खनन हो रहा है उसकी शिकायत करें, बाबा ने जो तरीका अपनाया है वह ठीक नहीं है."
दूसरी ओर कंप्यूटर बाबा ने कहा, "हम साधु संत चाहेंगे तो मंत्री को पद से भी हटवा देंगें."
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कंप्यूटर बाबा पिछले 3 दिन से लगातार सीहोर जिले में नर्मदा नदी के किनारे 200 चेलों के साथ तंबू गाड़कर बैठे हैं. इससे पहले वह छतरपुर और पन्ना में भी अवैध खनन के नाम पर मोर्चा खोल चुके हैं.
सूत्रों की मानें तो अब कमलनाथ सरकार के लिए भी कंप्यूटर बाबा सिरदर्द बनते जा रहे हैं. वे नदियों के संरक्षण के नाम पर केवल रेत खनन को रोकने की मुहिम में लगे हैं. सरकार ने उन्हें मंत्री का दर्जा दिया है और इस वजह से प्रशासन उनकी बातों पर गौर करता है. मगर बाबा के द्वारा ऐसे आयोजनों से ज़िला प्रशासन परेशान है.
बाबा एक खदान से दूसरे खदान घूम रहे हैं. खनिज मंत्री ने इस पर आपत्ति जताई है और बाबा से यह सब बंद करने के लिए कहा है. पिछले तीन दिन से सीहोर का जिला प्रशासन बाबा के धरने से हलकान है. लगभग 200 चेलों के साथ बाबा घाट पर डेरा डाले हुए हैं.
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