कांग्रेस ने रायबरेली विधायक अदिति सिंह को भेजा नोटिस, दो दिन में जवाब देने को कहा
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने 2 अक्तूबर को बुलाए गए खास विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया था जबकि उनकी पार्टी ने इस सत्र का बहिष्कार किया था.
लखनऊ: यूपी के रायबरेली सीट से विधायक अदिति सिंह को कांग्रेस ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. दरअसल कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने 2 अक्तूबर को बुलाए गए खास विधानसभा सत्र में हिस्सा लिया था जबकि उनकी पार्टी ने इस सत्र का बहिष्कार किया था. अब कांग्रेस ने अदिति सिंह को नोटिस दिया है और दो दिन में जवाब मांगा है. ये नोटिस उत्तर प्रदेश विधानमंडल कांग्रेस दल के नेता अजय कुमार लल्लू की ओर से जारी किया गया है
विशेष सत्र में शामिल हुई थीं अदिति
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में योगी सरकार की ओर से 36 घंटे तक चलने वाला विधानसभा सत्र बुलाया गया. बसपा, सपा और कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया. इसी दिन प्रियंका गांधी का लखनऊ में पैदल मार्च था. लेकिन अदिति सिंह उसमें नहीं पहुंचीं. पार्टी लाइन को नजरअंदाज करते हुए देर शाम वह विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंच गईं. अदिति सिंह ने पार्टी को झटका देते हुए यूपी विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लिया और अपने विचार रखे. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा था कि पार्टी के विधायक सदन का बहिष्कार करेंगे, लेकिन अदिति सिंह ने विधानसभा में भाषण दिया.
अदिति ने कही ये बात
अदिति सिंह ने कहा, "मैंने सोचा कि रायबरेली की विधायक होने के नाते विकास के मुद्दे पर और राष्ट्रीय विषय में मुझे भाग लेना चाहिए. जनता ने मुझ पर विश्वास करके सदन में भेजा है. मैंने अपने भाषण में देशहित की बात रखी है. मुझे विकास के लिए चुना गया है." अदिति ने कहा कि वो अपने पिता के सिद्धांतों की राजनीति करती हैं और कांग्रेस को उनपर जो फ़ैसला लेना है वो ले सकती है. बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, पर अभी ऐसा कुछ भी नहीं है.
राज्य सरकार ने दी सुरक्षा
अदिति सिंह को प्रदेश सरकार ने Y+ सुरक्षा दी है. माना जा रहा है कि बीजेपी सरकार का साथ देने के कारण उनको ये सुरक्षा दी गई है. कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में अदिति सिंह बीजेपी का हिस्सा बन सकती हैं.
लगातार दे रहीं बीजेपी का साथ
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर जिन नेताओं ने बीजेपी सरकार का साथ दिया था इनमें अदिति सिंह भी शामिल थी. अब कांग्रेस ने जब विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया था तब भी अदिति सत्र में शामिल हुईं. साफ है कि अदिति की दूरी कांग्रेस से बढ़ रही है और नजदीकी बीजेपी से बढ़ रही है. पिता अखिलेश सिंह की मृत्यु के बाद अदिति सिंह लगातार कांग्रेस की लाइन से अलग हटकर कदम उठा रही हैं.
कौन हैं अदिति सिंह
2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में अदिति सिंह ने 90 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज कराई थी. अदिति के पिता अखिलेश सिंह भी रायबरेली से 5 बार विधायक रह चुके हैं. अदिति की पढ़ाई अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से हुई है. माना जाता है कि अदिति सिंह, प्रियंका वाड्रा की करीबी हैं. दिल्ली, मसूरी और फिर अमेरिका में पढ़ाई करने के बाद कारपोरेट करियर छोड़ कर राजनीति में आना उनका बड़ा कदम था.