प्रयागराज. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले दो हफ्ते से लगातार हो रही बढ़ोत्तरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उस पर पूंजीपतियों पर फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि एक तरफ कच्चे तेल की कीमत लगातार कम हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को राहत मिलने के बजाय उनकी जेब पर डाका डाला जा रहा है. यह देश की गरीब जनता को लूटने की एक बड़ी साजिश है, जो सरकार के इशारे पर कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए अंजाम दी जा रही है.
प्रमोद तिवारी के मुताबिक डीजल के दाम बढ़ने का असर भी साफ तौर पर दिखने लगा है. किराए और मालभाड़े से लेकर सभी सामानों के दाम बढ़ने लगे हैं. प्रमोद तिवारी के मुताबिक पेट्रोल-डीजल के दाम अगर 35 से 40 तक रुपये हो जाएं तो भी तेल कंपनियों को मुनाफा ही होगा. ऐसे में दाम कम होने बहुत जरूरी हो गए हैं.
प्रमोद तिवारी ने भारत-चीन विवाद को लेकर भी सरकार पर हमला किया. तिवारी ने माउंटेन स्ट्राइक कोर का गठन रोके जाने की बात कहते हुए कहा कहा कि कांग्रेस शासन में बनाई गई माउंटेन स्ट्राइक कोर को अदूरदर्शिता के चलते रोक कर मोदी सरकार ने बड़ी गलती की है. अगर इस कोर के गठन को रोका न गया होता तो न तो चीन गलवान घाटी पर कब्जा कर पाता और न ही हमारे जवानों को शहादत देनी पड़ती. उन्होंने इसे सरकार की बहुत बड़ी भूल करार दिया है. तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी को अपनी इस गलती के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए.
हाल ही में प्रमोद तिवारी ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को प्रधानमंत्री द्वारा श्रद्धाजंलि दिए जाने में देर लगाने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि इस संबंध में रात में ही भारत की सेना का अधिकृत बयान आ गया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे दिन तक का इंतजार किया. इतना ही नहीं तिवारी ने कहा था कि सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम ने कहा था कि 'हमारे सैनिक मारते- मारते मरे है.' सैनिक मरता नहीं, शहीद और अमर होता है.
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