इलाहाबाद: कांग्रेस प्रचार समिति के सदस्य और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने यूपी सरकार द्वारा आज अयोध्या में दीवाली मनाए जाने और वहां भगवान राम की प्रतिमा लगाए जाने के संभावित एलान पर कहा है कि मरते हुए लोगों को हमेशा अंतिम वक्त में राम की ही याद आती है. प्रमोद तिवारी के मुताबिक़ देश के तमाम राज्यों में हो रहे उपचुनावों के नतीजों से साफ़ है कि मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और बीजेपी अब खात्मे की तरफ बढ़ने लगी है. ऐसे में उसने एक बार फिर से राम नाम का सहारा लिया है.

प्रमोद तिवारी का आरोप है कि बीजेपी मंदिराइटिस नाम की बीमारी से ग्रसित है और हर चुनाव से पहले वह मंदिर राग अलापने लगती है, लेकिन भगवान राम भी अब बीजेपी को अपना आशीर्वाद नहीं देंगे. उनके मुताबिक़ बीजेपी ने पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में मुद्दों को भटकाने और जनता की नाराज़गी से बचने के लिए फिर से राम के नाम पर नौटंकी शुरू की है, लेकिन इस बार वह अपने इस अभियान में कतई कामयाब नहीं हो पाएगी.

प्रमोद तिवारी ने कर्नाटक उपचुनावों में पार्टी गठबंधन को मिली जीत पर बीजेपी पर सियासी निशाना साधते हुए इसे पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों का ट्रेलर करार दिया है. उन्होंने कहा है कि जनता अब पीएम मोदी और उनकी सरकारों के झूठ और वायदाखिलाफी से त्रस्त हो चुकी है और इसी वजह से वह जहां भी मौका मिलता है, वहीं उन्हें करारा सबक सिखा देती है.

उनका कहना है कि कर्नाटक के नतीजों से यह साफ़ हो गया है कि देश में मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. प्रमोद तिवारी के मुताबिक़ जिस तरह कर्नाटक में कांग्रेस गठबंधन को चार सीटों पर कामयाबी मिली है, उसी तरह पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा के चुनावों में भी कांग्रेस चार राज्यों में कामयाबी हासिल करेगी.