मेरठ: कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को यूपी के मेरठ में कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस फिलहाल अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करने जा रही है.
फैसले के बाद से देश का हर वर्ग परेशान
आजाद ने दिल्ली से बिजनौर जाते समय मेरठ में आयोजित अपने सादे स्वागत समारोह में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से युद्धस्तर पर चुनावी तैयारी में जुट जाने का आह्वान भी किया. मेरठ शहर में गुलाब नबी आजाद का मवाना रोड पर कई जगह स्वागत हुआ. इस मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में नोटबंदी के फैसले को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस फैसले के बाद से देश का हर वर्ग परेशान है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने बगैर तैयारी के नोटबंदी लागू की, जिसका उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ेगा और जनता नोटबंदी से हुई परेशानी का बदला बीजेपी को वोट न देकर बदला लेगी. उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री ने तो संसद में बोलते हैं और न ही गरीबों से, मीडिया से मिलते और बात करते हैं.
प्रधानमंत्री को आम लोगों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं
आजाद ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री को आम लोगों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है उन्हें सिर्फ देश के चंद पूंजीपतियों की चिंता है. राहुल गांधी लगातार किसानों के मुद्दे और नोटबंदी को लेकर आम जनता के बीच है और कांग्रेस समस्या को उठा रही है. उनके साथ कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल और अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के चेयरमैन पीएल पुनिया भी थे.
उधर, बिजनौर में संवाददाताओं द्वारा पूछे गये गठबंधन के सवाल को टालते हुए गुलाम नबी आजाद ने सिर्फ इतना कहा, ''कांग्रेस का अभी किसी से कोई गठबंधन नहीं हुआ है.'' इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा, 'मैं मुल्क के प्रधानमंत्री को झूठा नहीं कह सकता, मगर वह बिल्कुल सच्चे भी नहीं हैं. इस सरकार द्वारा की गयी नोटबंदी गरीब किसान और बहू बेटियों के गले का फंदा बन गयी है.'
नोटबंदी के कारण देश में अब तक 167 से ज्यादा मौतें
गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया, ''देश में नोटबंदी के कारण अब तक 167 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. यदि कांग्रेस के शासन में ऐसा हुआ होता तो बीजेपी वाले बैंकों में आग लगा देते. इस वक्त दंगा कराने वाले देश जला रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि मोदी जी अपनी सभा में सत्तर साल का राग अलाप रहे हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि देश जब आजाद हुआ था तब दो करोड़ हेक्टेयर जमीन की सिंचाई का पानी था, अब बांध और नहरे बनने से सौ करोड़ हेक्टेएर जमीन को पानी मिलता है, जो कांग्रेस की ही देन है.
जम्मू कश्मीर के हालात पर उन्होंने आरोप लगाया कि खुशहाल कश्मीर का सपना दिखाने वालों ने उसे बरबाद कर दिया. जितनी अशांति कश्मीर में इन ढाई सालों में हुई उतनी कभी नहीं हुई. उन्होंने विधानसभा चुनावों के लिए यह कहकर वोट मांगा कि ढाई साल बाद मुल्क का चुनाव होगा जहाँ बीजेपी और मोदी को क्षेत्रीय दल नहीं कांग्रेस ही टक्कर दे पायेगी.