लखऩऊ: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सम्भावित गठबंधन का सपना संजोये कांग्रेस पार्टी को झटका लगा है. वरिष्ठ कांग्रेसी और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मणि शंकर पांडेय ने इस्तीफ़ा दे दिया है. मणि शंकर पांडेय ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर इस्तीफ़ा भेजा है और आरोप लगाया है की अब प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति सेलिब्रिटी और दूसरे दलों से आए हुए लोगों की जा रही है. सिर्फ़ दो सीट पर जीत पक्की करने के लिए गठबंधन क्षेत्रीय और जातीय राजनीति करने वालों दलों के साथ किया जा रहा है.

45 साल से कांग्रेस पार्टी के कई संगठनों में अहम भूमिका निभाने वाले मणि शंकर ने अपनी चिट्ठी में लिखा है की कभी जवाहर लाल नेहरु, इंदिरागांधी और राजीव गांधी की विचारधारा पर चलने वाली कांग्रेस पार्टी अब भटक गयी है.



मणि शंकर ने आरोप लगाया है की सिर्फ़ सत्ता लोलुपता और केंद्र में सत्ता में क़ाबिज़ रहने की मानसिकता के चलते कांग्रेस पार्टी ने पहले भी बड़ी जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश को क्षेत्रीय और जातीय राजनीति करने वाली पार्टियों को सौंप दिया, और अब दो सीट यानी अमेठी रायबरेली की जीत पक्की करने के लिए गठबंधन करने जा रही है.

मणि शंकर पांडेय पार्टी के पूर्व एमएलसी रहने के साथ-साथ यूपी कांग्रेस और कई संगठन जैसे सेवा दल, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई में भी बड़ी भूमिका निभा चुके हैं. वाराणसी के रहने वाले मणि शंकर पांडेय कई वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ रह चुके हैं. उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का ख़ास माना जाता रहा है.