अमित शाह ने अपने बयान में कहा, ‘‘ मैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि ‘वंदे मातरम्’ का यह अपमान क्या उनका निर्णय है? मध्यप्रदेश सरकार के इस दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय पर राहुल गांधी को देश की जनता के सामने अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए.''
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘वंदे मातरम्’ पर प्रतिबंध लगाकर कांग्रेस ने न सिर्फ देश की स्वाधीनता के लिए वंदे मातरम् का जय घोष गाकर अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर बलिदानियों का अपमान किया है, बल्कि यह मध्य प्रदेश की जनता के साथ भी विश्वासघात है.
अमित शाह ने कहा कि "किसी भी प्रकार की राजनीतिक सोच में देश के बलिदानियों का अपमान करना मेरे जैसे एक आम भारतीय की दृष्टि में देशद्रोह के समान है." उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ मात्र एक गीत भर नहीं होकर यह भारत की स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक एवं प्रत्येक भारतीय का प्रेरणा बिंदु है. ‘वंदे मातरम्’ में संपूर्ण भारत की रागात्मक अभिव्यक्ति समाहित है.''
शाह ने कहा, ''वंदे मातरम्’ किसी एक वर्ग विशेष का नहीं है बल्कि भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण आहूत करने वाले लाखों सेनानियों के त्याग का प्रतीक हैं और केवल एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए इसका अपमान करना बहुत ही दुख:द, शर्मनाक एवं देश की स्वतंत्रता का अपमान भी है.''
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