नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हो रहा है या नहीं आज इस बात का फैसला हो जाएगा. समाजवादी पार्टी के नेताओं के मुताबिक गठबंधन नहीं हो रहा, जबकि कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि आज इस पर स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी. दरअसल मामला सीटों को लेकर फंसे हुआ है. सपा नेता नरेश अग्रवाल के मुताबिक कांग्रेस ज्यादा सीटें मांग रही थी और अखिलेश उतनी सीटें देनें को तैयार नहीं थे.


गठबंधन को लेकर जारी सन्देह के बीच कल कांग्रेस ने अपनी केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक कर इस बारे में अपने रूख का संकेत दिया है. इस बैठक में राज्य के पहले दो चरणों के लिए 140 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नाम तय किए गए. बहरहाल, गठबंधन की संभावना को बरकरार रखते हुए कांग्रेस ने इन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.


कांग्रेस नेता और यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने कल मीडिया से बात करते हुए कहा, ''गठबंधन पर आगे क्या होगा ये देखना पड़ेगा. आपको रविवार सुबह पता चल जाएगा, जब घोषणा की जाएगी.'' वहीं यूपी कांग्रेस प्रमुख राज बब्बर ने दावा किया कि पार्टी उत्तर प्रदेश के पहले दो चरणों में चुनाव पूरी ताकत के साथ लड़ेगी. सपा के साथ प्रस्तावित गठबंधन को लेकर सन्देह बरकरार रखते हुए राजबब्बर ने कहा कि बातचीत में कोई अड़चन नहीं है.


कहां फंसा है पेंच
अखिलेश यादव ने पहले कांग्रेस को 85 सीटों का ऑफर दिया लेकिन कांग्रेस 150 सीटें मांग रही थी. इसके बाद अखिलेश ने कहा कि 100 सीटें फाइनल ऑफर है. इस पर कांग्रेस की ओर से कहा गया नहीं कम से कम 120 सीटें चाहिए. बस यहां पर बात फंस गई. अखिलेश 100 सीट से ज्यादा सीट देने के मूड में कतई नहीं हैं. कांग्रेस के नेता अभी गठबंधन की उम्मीद लगाए हैं तो समाजवादी पार्टी का कहना है कि गठबंधन की जिद कांग्रेस की ही थी.


कांग्रेस ने पहले दो चरणों के लिए 140 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं. उसे उम्मीद थी कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो जाएगा पर फिलहाल इसकी कोई उम्मीद अब नज़र नहीं आ रही. देखना ये होगा कि आज इस पर क्या ऐलान होता है.