कानपुर: बैंको को लगभग 9 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाकर विदेश भागने वाले विजय माल्या को आर्थिक अपराधी घोषित किया गया है. विजय माल्या के एक बयान ने देश के वित्त मंत्री को कटघरे में खड़ा कर दिया है. माल्या ने कहा कि विदेश जाने से पहले उसने अरुण जेटली से मुलाकात की थी. इस बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने वित्तमंत्री को घेरना शुरू कर दिया है. गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर अरुण जेटली के खिलाफ न्यायिक कार्रवाई करने की मांग की है. कांग्रेस का आरोप है कि विजय माल्या को विदेश भगाने में अरुण जेटली का हाथ है.



बुधवार को हाथों में विभिन्न तरह के स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे. उन लोगों ने इंस्पेक्टर को वित्तमंत्री अरुण जेटली के खिलाफ लिखित प्रार्थना पत्र सौंपा और मुकदमा लिखने का की मांग की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि देश की जनता की गाढ़ी कमाई लेकर विदेश भागने वाले विजय माल्या ने लंदन में कहा है कि विदेश जाने से पहले उसने वित्तमंत्री से मुलाकात की थी.



कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि जिस प्रकार लन्दन में विजय माल्या ने अदालत के बाहर इस बात को स्वीकार किया देश छोड़ने से पहले वो अरुण जेटली से मिलकर आया था. इससे ये साबित होता है कि देश के 9 हजार करोड़ लेकर के भगौड़े विजय माल्या को भगाने में वित्तमंत्री अरुण जेटली का हाथ है. उन्होंने आर्थिक हितों को लेकर उसे भागने में सहयोग किया है, ये जांच का विषय है. आज हमने कोतवाली में प्राथना पत्र देकर के यह मांग की है कि इनके खिलाफ जांच की जाये.

उन्होंने कहा कि जब तक जांच चले तब तक इनसे इस्तीफा ले लिया जाये, क्यों की पद पर रहकर के ये जांच को प्रभावित भी कर सकते हैं. कोतवाली में प्रार्थना पत्र देने के बाद हम एफ़आईआर ई-मेल से दर्ज कराने का काम करेंगे.



उन्होंने कहा कि यदि शासन सत्ता के दबाव में उन पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम अदालत का दरवाजा खटखाटाने में भी परहेज नहीं करेंगे. इस बात को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कह चुके हैं कि पूरी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है.

सीओ कोतवाली अजय कुमार ने कहा, ''कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा एक एप्लीकेशन मिली है इसमें राजनैतिक नितार्थ छिपे हुए हैं, उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.