इलाहाबाद: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुए इजाफे के विरोध में इलाहाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आंदोलन आज दूसरे दिन भी जारी है. यहां के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज दूसरे भी अनोखे अंदाज में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक कार को प्रतीकात्मक तौर पर रस्सियों से खींचकर यह संदेश देने की कोशिश की कि लगातार बढ़ रहे दामों की वजह से अब पेट्रोल और डीजल खरीदना आम आदमी के बस के बाहर की बात हो गई है. अगर कीमतें इसी तरह बढ़ती रही तो लोग पेट्रोल और डीजल नहीं खरीद पाएंगे और वाहनों को इसी तरह रस्सी से खींचकर ही आगे बढ़ाया जा सकेगा.
पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने इस मौके पर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर इसकी कीमतों को काबू में किये जाने की मांग की. इलाहाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कल अपनी बाइक और स्कूटी को रिक्शे पर लादकर प्रदर्शन किया था.
मुंबई में पेट्रोल 85 रुपए पर पहुंच गया है तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 77 रुपए के पार
देश में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने हाहाकार मचा रखा है. कर्नाटक चुनाव खत्म होने के बाद लगातार दसवें दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ती ही जा रही है. मुंबई में पेट्रोल 85 रुपए पर पहुंच गया है तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 77 रुपए के पार हो गया है. पटना और भोपाल में कीमतें 82 रुपए पार हैं. बता दें कि एक लीटर पेट्रोल की कीमत सिर्फ 37 रुपए है, लेकिन सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए टैक्स वसूल रही है. यानी पेट्रोल की कीमत से ज्यादा जनता टैक्स दे रही है.
दरअसल अभी डीलर एक लीटर पेट्रोल 37.65 रुपए में खरीद रहा है. इसपर वह तीन रुपए 63 पैसे कमीशन वसूल रहा है. 19 रुपए 48 पैसे इसपर एक्साइड ड्यूटी लग रही है और 16 रुपए 41 पैसे वैट वसूला जा रहा है. ऐसे में एक लीटर पेट्रोल पर 39 रुपए 52 पैसे टैक्स वसूला जा रहा है.