नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने मंगलवार को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग का नाम बदले जाने के पीछे एक 'गहरी साजिश' होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा करने से भाग रही है. राम गोपाल ने कहा, "पिछड़ा वर्ग आयोग का नाम बदलने के पीछे एक गहरी साजिश है. क्या अब सरकार तय करेगी कि कौन सी जाति पिछड़ा वर्ग में रहेगी और यह बिना किसी सर्वेक्षण के होगा."
सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की जगह राष्ट्रीय सामाजिक एवं शैक्षिक पिछड़ा वर्ग आयोग बनेगा. राज्यसभा सोमवार को इस मुद्दे पर दो बार स्थगित की गई. ऊपरी सदन मंगलवार को इस मुद्दे पर स्थगित हुआ. उन्होंने कहा, "यह आबादी की एक बड़े हिस्से पिछड़ों के खिलाफ साजिश है."
राम गोपाल ने कहा कि पिछड़ी जाति का फैसला मंडल आयोग के एक व्यापक सर्वेक्षण के आधार पर किया गया था, लेकिन वर्तमान सरकार कुछ जातियों को आरक्षण के लाभ से वंचित करना चाहती है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पिछड़ा वर्ग आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग जैसे विभिन्न आयोगों में खाली पदों पर नियुक्ति नहीं कर रही है.
राम गोपाल ने कहा, "लंबे समय से इन आयोगों में कोई अध्यक्ष, सदस्य नहीं हैं. हम सरकार से पूछ रहे हैं कि ये पद कब भरे जाएंगे और आयोग का नाम क्यों बदला जा रहा है. हम इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन सरकार इस पर चर्चा को तैयार नहीं है. इस वजह से सदन में गतिरोध है."