नई दिल्ली/गाजीपुर: शनिवार को गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया. पथराव में सुरेश वत्स नाम के एक कॉन्सटेबल की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए हैं. ये घटना तब हुई जब धरने पर बैठे निषाद समाज के लोगों को पुलिस हटाने गई थी. इस घटना में कुल 22 लोगों को हिरासत में लिया गया. सभी संदिग्धों से नोनहरा थाने में पूछताछ हो रही है.


शनिवार को पीएम मोदी की रैली में सुरेश वत्स और उनकी टीम की ड्यूटी लगी थी. वापसी में निषाद समाज के लोग आरक्षण की मांग को लेकर धरना दे रहे थे. जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाना चाहा तो उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी. सूत्रों के मुताबिक, जब कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स को पत्थर लगा और वो जमीन पर गिरे तो किसी को अंदाजा नहीं था कि क्या हुआ!


साथी पुलिसकर्मियों ने देखा कि भीड़ लाठी-डंडे चला रही है, तब वो उधर की ओर भागे. उन्होंने देखा कि भीड़ घायल सुरेश वत्स की लाठी-डंडों से पिटाई कर रही है. उसके बाद लोगों को भगाकर घायल सुरेश वत्स को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया. घटनास्थल पर कुल 14 पुलिसकर्मी मौजूद थे. पथराव की ये घटना नोनहरा थाने के कठवा मोड़ चौकी के पास हुई है.


सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए जांच के आदेश
निषाद पार्टी के आरक्षण की मांग को लेकर हुए पथराव में एक सिपाही की मौत के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है. योगी सरकार ने इस घटना की तुरंत जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. सरकार ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की बात भी कही है.


सरकार ने किया मुआवज़े का एलान
साथ ही साथ इस मामले में सरकार ने मुआवजे का ऐलान भी किया है. साथ ही पेंशन और नौकरी के वायदे भी सरकार की तरफ से किए गए हैं. गाजीपुर पथराव में मारे गए पुलिसकर्मी के परिवार को सरकार मुआवजा देगी. कांस्टेबल की पत्नी को 40 लाख, माता पिता को 10 लाख और नौकरी का एलान.


निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद को बीजेपी पर शक
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने भाजपा के लोगों पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि इसके पीछे उनके कार्यकर्ताओं का नहीं बीजेपी के लोगों का हाथ है.


कांग्रेस ने कहा 'जंगलराज'
इस पूरे मामले में कांग्रेस भी उतर आई है. कांग्रेस के प्रवक्त रणदीप सुरजेवाला ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से इस घटना को जंगल राज से जोड़ा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ''आदित्यनाथ के महाजंगलराज में न जनता सुरक्षित है,ना ही पुलिस! आज ग़ाज़ीपुर में मोदीजी की रैली के बाद, भीड़ ने पुलिस कांस्टेबल, सुरेश वत्स की निर्मम हत्या की.


उन्होंने इस घटना को बुलंदशहर की पिछली घटना से जोड़ते हुए साथ ही कहा, ''इसके पहले इन्सपेक्टर सुबोध कुमार सिंह की भीड़ ने हत्या की जिसे CM ने ‘दुर्घटना’ क़रार दिया! BJP राज में लोकतंत्र=भीड़तंत्र!''


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