Coronavirus: टेस्ट निगेटिव आने के बाद 14 कश्मीरी लड़कियों को मिली घर जाने की इजाजत, पाकिस्तान में कर रहीं थीं पढ़ाई
पाकिस्तान से लौटीं 14 युवतियां अमृतसर में फंस गई थीं. अब क्वारंटीन की अवधि पूरी कर लेने के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत मिल गई है. ये सभी 18 मार्च को पाकिस्तान से अटारी सीमा के रास्ते भारत लौटी थीं.
जम्मू: पाकिस्तान से वाघा बॉर्डर के रास्ते जम्मू के कठुआ पहुंची कश्मीरी लड़कियों को गुरुवार को उनके घर रवाना कर दिया गया. इन सभी लड़कियों के कोरोना जांच के सैंपल निगेटिव आए हैं. सूत्रों के मुताबिक कश्मीर की रहने वाली करीब 14 लड़कियों को जम्मू के कठुआ के लखनपुर से उनके घर भेज दिया गया है. यह सभी लड़किया पाकिस्तान से पंजाब के अमृतसर और वहां से कठुआ पहुंची थी.
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान से लौटी इन लड़कियों को पंजाब जम्मू सीमा पर लखनपुर ने की इजाज़त दे दी गयी. लखनपुर पहुंचते ही इन सभी लड़कियों की स्क्रीनिंग, सैनिटाईज़ेशन और वेरिफिकेशन की गयी, जिसके बाद जम्मू कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट की बस में इनको सुरक्षा के साथ उनके घर के लिए रवाना किया गया.
इन सभी लड़कियों को वाघा बॉर्डर से लखनपुर तक पंजाब रोडवेज की बस में लाया गया. इन सभी लड़कियों को अपने गृह ज़िलों में पहुंचते की दोबारा क्वारंटाइन किया जायेगा. यह सभी लड़किया पाकिस्तान में पढ़ाई कर रही है और उन्हें वाघा में क्वारंटाइन में रखने के बाद जम्मू लाया गया है.
बता दें कि पीडीपी की मुखिया एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर केंद्र सरकार और राज्य सरकार से अमृतसर में फंसी कश्मीर की 14 लड़कियों को वापस लाने की बात कही थी. उन्होंने लिखा था कि कश्मीर की 14 लड़कियां एक महीने से अमृतसर में फंसी हुई हैं. उन्होंने क्वारंटीन का समय भी पूरा कर लिया है और अब वो घर आना चाहती हैं. जब मुंबई में फंसे जम्मू के लोगों को एयरलिफ्ट किया जा सकता है तो जम्मू-कश्मीर प्रशासन उन लड़कियों के लिए एक बस का इंतजाम क्यों नहीं करता.