बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में कोरोना महामारी ने एक बार फिर पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. मुम्बई, दिल्ली, गुजरात और राजस्थान से आए 80 प्रतिशत प्रवासी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. एसपी क्राइम रमेश कुमार भारतीय की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. एसएसपी से लेकर क्राइम ब्रांच, इंटेलिजेंस विंग सभी लोग क्वारंटाइन हो गए हैं.


बरेली में एसपी क्राइम के रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पुलिस लाइन में बने गेस्ट हाउस को सेनिटाइट कराया गया है. इसके अलावा एसएसपी ऑफिस समेत पुलिस अधिकारियों के आवासों और ऑफिस को भी सेनिटाइट कराया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने एसपी क्राइम के संपर्क में आने वाले सभी पुलिस अफसरों और पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है, जिसके बाद क्राइम ब्रांच की पूरी टीम, इंटेलिजेंस विंग की पूरी टीम, एसपी क्राइम का स्टाफ और एसएसपी क्वारंटाइन हो गए हैं.


गौरतलब है कि, बरेली में आईवीआरआई से आई 134 सैंपल्स की रिपोर्ट में एसपी क्राइम समेत 9 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद एसपी क्राइम को एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट किया गया है. इससे पहले महिला थाने में तैनात और पुलिस लाइन में बने आवास में रह रही एक महिला सिपाही की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आ चुकी है.



बरेली के कई निजी अस्पतालों के डॉक्टरों, स्टाफ नर्स की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आ चुकी है. बरेली में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 84 हो गई है जबकि टोटल केस 133 हैं. इसके अलावा बरेली में कोरोना से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. कोविड 19 के लिए बनाए गए ज्यादातर अस्पताल फुल हैं, इसके अलावा जिले भर में 50000 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है.


जिला सर्विलांस अधिकारी एसीएमओ डॉ रंजन गौतम ने बताया कि आईसीएमआर की सीरो प्रीविलेंस स्टडी में खुलासा हुआ है की बरेली में तीन लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ और तीनों स्वस्थ भी हो गए. चौंकाने वाली बात ये है कि वायरस से संक्रमित होने और फिर कोरोना निगेटिव होने तक उनको पता तक नहीं चला. आईसीएमआर ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि जिले में कम्यूनिटी स्प्रेड का कोई संकेत नहीं मिला है. हालांकि, जिस वक्त बरेली में टीम आई थी उस वक्त प्रवासियों का शहर में आना नहीं हुआ था.



जिला सर्विलांस अधिकारी एसीएमओ डॉ रंजन गौतम ने बताया कि बीते 17 और 18 मई को आईसीएमआर की टीम जिले में सीरो प्रीविलेंस स्टडी के लिए आई थी. टीम ने 10 इलाकों में दो दिन तक ब्लड सैंपल लिया था. इस स्टडी में कुल 400 लोगों का सैंपल लिया गया था. इसमें फतेहगंज पूर्वी, शीशगढ़, शहर के वॉर्ड नंबर 18 और 52, रिछौला चौधरी, अब्दानपुर समेत अन्य इलाके शामिल थे. आईसीएमआर ने अपनी सर्वे की रिपोर्ट भेज दी है.



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