Coronavirus: बिहार में कोरोना संदिग्धों की खोज़ के लिए लगाई गई ATS,डीजीपी ने कहा- किसी को नहीं छोड़ेंगे
दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल लोगों को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. पूरा देश इस मामले के बाद और ज्यादा चौकन्ना हो गया है. मरकज के कार्यक्रम में बिहार से भी कई लोगों के शामिल होने का पता चला है.
पटना: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बताया कि मधुबनी में कुछ लोगों के जमा होने की सूचना थी जहां स्थानीय पुलिस के जाने के बाद लोगों ने पत्थरबाजी की. वो कौन लोग थे इसकी जांच हो रही है. दिल्ली के मरकज से लौटने वाले मामले को लेकर उन्होंने कहा कि वाले 162 लोग बिहार से मरकज में शमिल हुए थे, इनमें से 57 लोग जो विदेश से आये हैं उन सभी की मॉनिटरिंग की जा रही है. उसके बाद जो ड्रिल सेट है उसके आधार पर उनको क्वॉरन्टीन या आइसोलेट किया जाएगा और ये सारी कार्यवाही हो रही है.
वहीं विदेशों से आये मुसलमानों के मस्जिद में रुकने के सवाल पर कहा कि "हमलोग को मालूम है कि 48 लोग हैं जिसकी जानकारी हमें पहले से है, वो क्वॉरन्टीन किये गए हैं जिनकी सेम्पलिंग भी हो गई है. 57 मरकज से आये लोग हैं जिनको लोकेट किया जा रहा है. सबकी जांच होगी. कुछ तो लखनऊ में है जिन्हें वहीं क्वॉरन्टीन किया गया है और कुछ क्वॉरन्टीन हो चुके हैं. इसके अलावा 7 कटिहार के लोग जो मॉरिसस से बॉम्बे आये थे जिनके बारे में सूचना थी हम उन्हें बिहार में ढूंढ रहे थे. उन्हें उत्तर प्रदेश में क्वॉरन्टीन में रखा गया है. हम एक एक आदमी को ट्रेस कर रहे हैं सबका टेस्ट होगा औऱ उन्हें कोरेन्टाइन किया जाएगा.
वहीं एटीएस लगाए जाने के सवाल पर कहा कि हर बात की जानकारी मीडिया को देना उचित नहीं होगा वो हमारा स्पेशल विंग है. हमारे पास उनका अभी कोई महत्वपूर्ण काम नहीं है इसलिए लगाया है.
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