पटना: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा की जिन्हें बिहार आना था वो सब आ गए अब किसी को नहीं आने दिया जाएगा. जो भी बाहर से आए हैं उन्हें गांव के बाहर स्कूल में रखा जा रहा है. डीजीपी ने कहा कि अभी सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस है, जिसका संक्रमण एक से सौ और सौ से हजार फिर लाखों करोड़ों में फैल सकता है.


डीजीपी ने मीडिया से कहा कि आप लोग भी जनता को समझाए कि लोग कहीं नहीं निकलना है. वहीं अन्य राज्यों से बसों द्वारा पहुंचे प्रवासी मजदूरों पर इनका कहना है कि बॉर्डर पर बहुत लोगो के आने से वहां असुविधा हो रही थी जिस कारण सरकार का निर्णय हुआ और उन्हें वहां से उन्हें लाया गया और उनके गांवों तक छोड़ा गया. लेकिन उन्हें गांव में भी उन्हें स्कूलों में क्वॉरन्टीन में रखा गया है और वहां से उन्हें 14 दिनों बाद ही घर भेजा जाएगा और अब कोई नहीं आएगा.


बता दें कि बिहार में अब तक कोरोना वायरस के कुल 15 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. इस वायरस से एक की मौत भी हो चुकी है. पटना में चार, भागलपुर में चार, मुंगेर में तीन, सिवान में एक, नालंदा में एक, लखीसराय में एक और एक केस किसी जिले का सामने आया है.


गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वे लॉकडाउन का पालन करें और अपने घरों में ही रहें. लेकिन लॉकडाउन के बाद भारी संख्या में मजदूरों का पलायन शुरू हो गया. इसमें बिहार के प्रवासी मजदूर थे. ये अब बिहार पहुंचे हैं. अब उन्हें क्वॉरन्टीन में रखा गया है.