पटना: बिहार सरकार का पूरा ध्यान अब उन लोगों पर ज़्यादा है जिनके पास खाने-पीने की कमी है या फिर पैसे की कमी है. इसके लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार लगातार अधिकारियों के साथ न सिर्फ बैठक कर रहे हैं बल्कि उन सभी की जानकारी भी लगातार ले भी रहे हैं. बिहार के सीएम ने कहा है कि जिनका आधार कार्ड नहीं है उसे जल्द जोड़ें. नीतीश कुमार ने पलायन कर बिहार लौटे सभी लोगों की स्क्रीनिंग कराने को कहा है.


नीतीश ने कहा जल्द सीडिंग करें


जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है, उनकी सीडिंग शीघ्र कराकर एक हजार रूपये का भुगतान करें. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पैसा ट्रांसफर करने की गति बढ़ाई जाय और बचे हुये लाभुकों को कम से कम समय में राशि ट्रांसफर करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय. उन्होंने कहा कि जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है, उनकी सीडिंग शीघ्र कराकर एक हजार रूपये का भुगतान करें.


कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश


मुख्यमंत्री ने कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग की प्रगति की भी समीक्षा की और निर्देश दिया कि टेस्टिंग की क्षमता और बढ़ाई जाय ताकि अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की जांच हो सके. जो राज्य में बाहर से आये हैं, उनकी प्राथमिकता के आधार पर टेस्टिंग की जाय. क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की निगरानी करते रहें और वहां की व्यवस्था ठीक रखें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो. लोगों का ट्रेसिंग करने की प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाए.


मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्यक है. लोगों को घबराने होने की जरूरत नहीं है. लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें. अपने घरों के अंदर रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें. सरकार कोरोना पीड़ितों की हरसंभव सहायता के लिये प्रतिबद्ध है.


वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि सूबे में आरएमआरआई, आइजीआइएमएस और डीएमसीएच, दरभंगा में कोरोना के ब्लड सैंपल की जांच हो रही है. एक-दो दिनों में पीएमसीएच में भी सैंपल जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.इसके अलावे (एम्स) पटना, (एएनएमसीएच) गया और (जेएलएमएनसीएच) भागलपुर में भी सैंपल जांच केंद्र बनाये जाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है.राज्य के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों एवं जांच केंद्रों में आरएनए एक्सट्रेक्शन किट, भीटीएम, पीपीइ, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, साबुन, सेनिटाइजर जैसे आवश्यक सामानों की आपूर्ति लगातार की जा रही है.

आपदा विभाग के प्रधान सचिव लगातार कर रहे हैं बिहार और बाहर के लोगों की मॉनिटरिंग


आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि" करीब 3 हजार दो सौ से ज्यादा स्कूलों में करीब 26 हजार मजदूरों को हम रख रहे हैं और उनके आवासन और भोजन की व्यवस्था भी सरकार के द्वारा की जा रही है.चूँकि वो बाहर से आये थे तो उनको एक तरह से कोरेन्टाइन किया गया है.इसलिए हम उन्हें प्रिकॉशन के रूप में रख रहे हैं और उन्हें भोजन की भी व्यवस्था दे रहे हैं.


बिहार के बाहर जो लोग फंसे हुए हैं तो उनके लिए कल हमलोग ने एक लिंक रिलीज किया था aapda.bih.nic.in उस पर लगातार रजिस्ट्रेशन हो रहा है और हमलोग उसकी भी मोनिटरिंग कर रहे हैं कि किसी को कोई दिक्कत न हो और कल से आजतक में बिहार के बाहर रह रहे मजदूर भाईयों ने भारी संख्या में रजिस्ट्रेशन कराया है. जिनका आधार कार्ड व अकाउंट नम्बर आदि हमे प्राप्त हुए हैं हम उसमे हजार रुपए भेजने का काम कर रहे हैं और दूसरा है जो राशनकार्ड होल्डर द्वारा प्रत्येक राशनकार्ड धारी के खाते में एक हजार रुपये डालना है जिसमे कल तक 18 लाख की राशि ट्रांसफर की गई थी और आज तक 40 लाख से भी अधिक राशि ट्रांसफर किये जा चुके हैं.


उन्होंने बताया कि वो राशि सारे राशनकार्ड होल्डर के अकाउंट में ट्रांसफर करनी है तो उसकी भी मॉनिटरिंग की जा रही है.आज जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीएम एसपी से जिले की स्थिति की जानकारी ली गई है और मुख्य सचिव के द्वारा विशेष रूप से जो बाहर से आये हैं जो देश के भीतर ही दिल्ली मुंबई केरल राज्य से जो लोग आए हैं उनलोग की प्राथमिकता के आधार पर कल टेस्ट और स्क्रीनिंग करने की कार्यवाही कर रहे हैं और आज मुख्यतः इन्ही बिंदुओं पर हमलोग ने ध्यान रखा है.



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