झारखंड में बीजेपी नेताओं ने रखा 6 घंटे का उपवास, राज्य सरकार की नीतियों पर किया हमला
झारखंड में अभी तक कोरोना के 45 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 4 लोगों की मौत हुई है और 4 लोग ठीक भी हुए हैं. इस महामारी से निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.
रांची: कोरोना के इस संकट काल में राजनीति नहीं बन्द हो रही है, लगभग सभी राज्यों की विपक्षी पार्टियां अपने यहां की सरकार को घेरने के लिए कुछ न कुछ कर रही हैं. इसी तरह झारखंड में सरकार के काम-काज और नीतियों का विरोध करने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी के नेताएं ने बुधवार को सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक अपने ही घर में रहकर उपवास किया.
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव के मुताबिक मौजूदा झारखंड सरकार कोरोना से लड़ने में विफल साबित हो रही है, शाहदेव ने कहा कि और राज्यों की सरकारें अपने बच्चों और मजदूरों का ख्याल रख रही है जबकि झारखंड सरकार हर बात में केंद्र से मदद की दुहाई देती रहती है. इसकी वजह से बाहर फंसे मज़दूर, पढ़ने वाले बच्चे परेशान हैं. साथ ही ये भी कहा कि राज्य में मौजूदा स्थिति भयानक है, सरकार गरीबों को राशन देने की बात करती है लेकिन यहां की गरीब आबादी भूंखे सोने के लिए मजबूर है.
वहीं बीजेपी के इस उपवास कार्यक्रम पर जेएमएम के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी के नेता भरपेट भोजन कर अपने घरों में बैठकर उपवास का नाटक कर रहे हैं. इसके साथ ही कहा कि ये लोग पिछली सरकार में की गई अपनी गलतियों को छिपाने और समाज को बांटने की कोशिश में लगे हैं.
राज्य में अबतक कुल 45 मामले सामने आए हैं.इन 45 मामलों में 26 मामले शहरी इलाके से हैं और 19 मामले ग्रामीण इलाकों में पाए गए हैं. जिनमें से ज्यादातर मामले किसी न किसी तरह तब्लीगी जमात से जुड़े हैं. अकेले रांची में 25 मामले हिंदपीढ़ी इलाके से सामने आए हैं जिनका किसी न किसी तरह से तब्लीगी जमात से संबंध रहा है.
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