लखनऊ: कोरोनावायरस के बढ़ रहे प्रकोप के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से मना किया है. उन्होंने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति से मिलना अनिवार्य है तो उससे घर पर ही मिलें. उन्होंने मंत्रियों को आवश्यक कार्य घर से ही निपटाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, "मुख्यमंत्री योगी ने अपने सभी मंत्रियों को एहतियात के तौर पर भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से मना किया है. इसके अलावा उनसे कहा गया है जब तक बेहद जरूरी न हो तब तक किसी से न मिलें, अगर ज्यादा जरूरी है तो घर पर मुलाकात की जाए. इसके अलावा जरूरी कार्य घर से ही करने के निर्देश दिए गए हैं."


मंत्रियों को जनता दरबार लगाने से भी मना किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन्हें अपने आप में वायरस से जुड़े थोड़े से भी लक्षण दिखें तो वे एकांतवास (आइसोलेट) में रहें.


प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने बताया, "भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचने को कहा गया है. हम लोग केंद्र और प्रदेश की एडवाइजरी का अनुपालन कर रहे हैं. जितने भी जरूरी कार्य हैं, उन्हें घर से ही निपटाया जा रहा है. इस समय देश में जो हालात है, ऐसे में बहुत ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. लोगों को जनता कर्फ्यू का पालन करना चाहिए. जितनी भी एडवाइजरी जारी की गई है, उसका पालन किया जा रहा है."


कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग के बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया है. वायरस के चलते दिहाड़ी मजदूरों का रोजगार प्रभावित हो रहा है, लिहाजा सरकार ने उन्हें 1000 रुपये देने का फैसला किया है. इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने रविवार 22 मार्च जनता कर्फ्यू के दिन मेट्रो और बस को बंद रखने का भी आदेश दिया है.


राज्य में 15 लाख दिहाड़ी मजदूर


योगी आदित्यनाथ ने बताया कि राज्य में 15 लाख दिहाड़ी मजदूर पंजीकृत हैं, जिन्हें 1000 रुपये की मदद दी जाएगी. साथ ही चिह्न्ति 20.37 लाख मजदूरों (रिक्शा, खोमचे वालों, रेहड़ी वाले, फेरी वाले, निर्माण कार्य करने वाले) को भी 1000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा सभी पंजीकृत मजदूरों को भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी ने मनरेगा मजदूरों को भी तुरंत भुगतान देने का एलान किया है. यह सहायता राशि सीधे अकाउंट में जाएगी.


BPL परिवारों को गेहूं-चावल मुफ्त


वहीं ऐसे लोग जो सड़कों पर खोमचे लगाते हैं उन्हें खाद्यान उपलब्ध कराया जाएगा. 1.65 करोड़ परिवारों को अनाज उपलब्ध होगा. बीपीएल परिवारों को 20 किलो गेहूं, 15 किलो चावल को मुफ्त मिलेगा. पीडीएस दुकानों के जरिए अनाज देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल-मई की पेंशन अप्रैल में ही दे दी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपील की है, घबराएं नहीं. हमारे पास पर्याप्त खाद्यान है, लिहाजा व्यापारी जमाखोरी ना करें. किसी भी चीज की किल्लत नहीं होने दी जाएगी. लोग अनावश्यक जमा करने की प्रवृत्ति से बचें.


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