पटना: वैश्विक महामारी करोना की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.अभी चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का सबसे बुरा प्रभाव आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान के लोगों, प्रवासी मजदूर, दिहाड़ी कामगार और बेघरों पर पड़ रहा है.


इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रशांत किशोर के इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) “सबकी रसोई” नाम से एक कार्यक्रम शुरू कर रही है. इसके माध्यम से समाज के सबसे ज़रूरतमंद लोगों के एक बड़े तबके को लॉकडाउन के दौरान रोजाना भोजन मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा.


“सबकी रसोई” की शुरुआत 5 अप्रैल से होगी और 10 दिनों के पहले चरण में भारत के 20-25 शहरों में कम से कम 15 लाख खाने के पैकेट पहुंचाए जाएंगे. इसको सफल बनाने के लिए देशभर के 1,000 से अधिक मेधावी युवा एकजुट होकर इस कार्यक्रम को चलाएंगे और चयनित शहरों में रोजाना 1.5 लाख लोगों को भोजन मुहैया कराएंगे.


1 अप्रैल से इस पहल को सीमित दायरे में लागू किया गया है, इस दौरान देश के चुनिंदा शहरों में 25,000 - 45,000 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं. पूर्ण रूप से यह 5 अप्रैल को ही चालू किया जाएगा.


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