रांची: देश भर में जानलेवा कोरोना वायरस कोहराम मचा रहा है. पूरे भारत में कोरोना के कहर की वजह से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक रहेगा जिसकी वजह से लोग जहां हैं और जैसे भी हैं उनको उसी स्थिति में रहने के लिए कहा गया है. झारखंड में ज्यादातर लोग मजदूरी के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में जाते हैं. उसी से अपना पेट भरते हैं.
झारखंड के मज़दूर इस 21 दिन के लॉकडाउन में फंसे हुए हैं. इस स्थिति में देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हए मजदूर किसी न किसी जरिये झारखंड की सरकार से अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली में मजदूरों का एक दल लॉकडाउन की वजह से फंसा हुआ है. जिसने किसी तरह मदद की अपील सरकार से की.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मजदूरों की मदद के लिए भोजन और अन्य जरूरी सामान के लिए ट्विटर के जरिये मदद की अपील की है. अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें ट्विटर पर उत्तर दिया और कहा कि हेमंत सोरेन जी, मैं वहां के जिलाधिकारी को निर्देश दे रहा हूँ कि झारखंड से आए हुए हमारे इन भाइयों को दो वक्त का खाना मिले. दिल्ली में हम कोशिश कर रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें।
झारखंड सरकार ने बाहर फंसे हुए झारखंडी लोगों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है जिसपर लोग संपर्क कर अपनी समस्या बता सकते हैं. ये नंबर 06512282201 है.
फिलहाल अगर झारखंड की बात करें तो अभी तक कुल 137 लोगों की कोरोना जांच हुई है और अभी तक 117 लोगों के टेस्ट नेगेटिव आये हैं. लेकिन अभी भी 20 टेस्ट के रिजल्ट का इंतजार हो रहा है. गनीमत ये है कि अभी तक झारखंड में एक भी कोरोना का मरीज पॉजिटिव नहीं पाया गया है लेकिन बाहरी मजदूरों के वापस आने के बाद अगर जांच की व्यवस्था सही तरीके से नहीं की गई तो कोरोना का खतरा बढ़ने की उम्मीद है. कुछ दिनों पहले ही एबीपी न्यूज ने झारखंड की राजधानी रांची में अपनी पड़ताल में पाया था कि बाहर से ट्रेनों के जरिये आने वाले लोगों की जांच तक नहीं हो रही है.
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