कोरोना महामारी ने बदला दिल्ली पुलिस के कामकाज का तरीका, रोज़नामचे से लेकर कम्प्लेंट रजिस्टर तक हुए डिजिटल
दिल्ली पुलिस ने एक और कदम आगे बढ़ाते हुए थानों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला रोजनामचा रजिस्टर, कम्प्लेंट रजिस्टर, मिसिंग पर्सन रजिस्टर, पीसीआर कॉल रजिस्टर और कलंदरा रजिस्टर को पूरी तरीके से डिजिटल कर दिया है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी ने दिल्ली पुलिस को पूरी तरीके से डिजिटल कर दिया है. क्योंकि पुलिस स्टेशन पब्लिक प्लेस है, लगातार लोगों का शिकायत लेकर आना जाना लगा रहता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे, साथ ही रजिस्टर और फाइलों का ज्यादा काम ना हो, क्योंकि इससे भी पुलिसकर्मी कोरोना के संक्रमण में आ सकते हैं.
इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने एक और कदम आगे बढ़ाते हुए थानों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला रोजनामचा रजिस्टर, कम्प्लेंट रजिस्टर, मिसिंग पर्सन रजिस्टर, पीसीआर कॉल रजिस्टर और कलंदरा रजिस्टर को पूरी तरीके से डिजिटल कर दिया है. अब पुलिस स्टेशन में घुसते ही आपको रिसेप्शन पर एक रजिस्टर लेकर बैठा हुआ पुलिसकर्मी नजर नहीं आएगा. क्योंकि अब यह सभी काम कंप्यूटर पर ही होंगे.
कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मियों की बढ़ रही है संख्या राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और हर दिन के साथ दिल्ली पुलिस कर्मियों के भी इस संक्रमण की चपेट में आने की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में इन पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए ऐसे कदम बेहद अहम हो जाते हैं, जिससे इस संक्रमण को रोका जा सके और इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने थानों में रखे ओर सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आने वाले इन रजिस्टर को सबसे पहले डिजिटल कर दिया है.
पुलिस स्टेशन में लगाए गए सैनिटाइजर मशीन से लेकर स्पीकर कैमरे इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने कई थानों में सैनिटाइजर मशीनें लगाई हैं. कोई भी शिकायतकर्ता थाने में घुसता है, तो पहले अपने आप को सैनिटाइज करेगा. उसके बाद ही अंदर जा पाएगा. साथ ही अंदर स्पीकर कैमरे इंस्टॉल किए हैं, ताकी उचित दूरी पर रुककर शिकायतकर्ता अपनी बात पुलिसकर्मियों से कर सके. दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धीरे-धीरे वह अपने सभी थानों को इस तरीके से तैयार करेंगे, जिसे खुद पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके.