गोरखपुर: शराब पीने के शौकीनों के लिए खतरे की घंटी है. दरअसल, बाजार में जिस दुकान से आप ब्रांडेड कंपनी का बारकोड, स्‍टीकर और सील पैक देखने के बाद महंगी शराब खरीद रहे हैं, वो नकली भी हो सकती है. सीएम सिटी के पॉश इलाके में ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली शराब बनाकर उसे बेचने वाले गिरोह का आबकारी विभाग ने भंडाफोड़ किया है. आबकारी विभाग ने गिरोह के एक सदस्‍य को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा उसके पास से भारी संख्या में स्‍टीकर, ढक्‍कन और खाली बोतलें बरामद की है.


पुलिस के मुताबिक, बरामद किए गए सामान की कीमत लाखों में है. आबकारी टीम ने बताया कि जितनी बोतलें, ढक्‍कन और स्‍टीकर बरामद हुआ है. शराब बनने के बाद इसकी कीमत 40 से 50 लाख रुपए तक पहुंच जाती. अब आबकारी विभाग के अधिकारी गोरखपुर-बस्‍ती मंडल में किन दुकानों पर इसकी सप्‍लाई की गई है, इसका पता लगाने में जुट गए हैं.


गोरखपुर मंडल के उप आबकारी अधिकारी आरके सिन्‍हा ने बताया कि टीम को गोपनीय सूचना मिली थी, जिसके बाद यहां छापेमारी की गई. एक टीम बनाकर दुकानों में जांच कराई जा रही है कि कहां पर इसकी सप्‍लाई की जाती है. साथ ही ये पता लगाया जा रहा है कि कितने की शराब की सप्‍लाई की जा रही है.


ट्रांसपोर्ट के जरिए मंगाया जाता था माल
गिरफ्त में आए आरोपी का नाम बबलू खरवार बताया जा रहा है. पूछताछ में उसने बताया कि शराब के लिए माल ट्रांसपोर्ट के जरिए बाहर से मंगाया जाता था.


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