COVID-19: नीतीश सरकार का फैसला- बिहार से बाहर रहने वाले राज्य के मजदूरों के खाते में डालेगी एक हजार रुपये
बिहार आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि ये देश में अपनी तरह का पहला स्कीम होगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए बैंक अकाउंट की डिटेट, आधार नंबर और पता एप के माध्यम से देना होगा.
पटना: नीतीश कुमार की सरकार ने फैसला किया है कि वह बिहार के बाहर रह रहे राज्य के मजदूरों के खाते में एक हजार रुपये डालेगी. मुख्यमंत्री राहत कोष, बिहार से आपदा प्रबंधन विभाग और बिहार पटना के माध्यम से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत बिहार से बाहर फसें लोगो को सहायता राशि के रूप में 1000 दी जाएगी. इसे प्राप्त करने के लिए aapda.bih.nic.in से मोबाइल एप को डाउनलोड करना होगा और अपने बारे में सूचना देनी होगी.
बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार हमलोगों ने एक एप का डिजाइन किया है. कई जगह से ये समस्या सामने आई कि लॉकडाउन की वजह से मजदूरों के पास पैसे नहीं हैं. इस स्कीम में जो भी हमारे मजदूर भाई बिहार के बाहर हैं, आराम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपना आधार नम्बर देना होगा. इसके अलावा में अपनी एक सेल्फी भी डालें.
प्रत्यय अमृत ने बताया कि लोगों को बिहार में जो उनका पता है वो देना होगा और अकाउंट नंबर की जानकारी देनी होगी. इसके बाद यहां से प्रोसेस किया जाएगा और सीधे अकाउंट में पैसे डाल दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि अब तक तीस हजार लगों ने खुद को रजिस्टर कर लिया है. ये संख्या और भी बढ़ेगी और इसके लिए हम तैयार हैं. ये देश में अपनी तरह का पहला स्कीम होगा.
वहीं स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मियों पर हुए हमले पर उन्होंने कहा कि ये चिंताजनक स्थिति है. इसमे समझने की जरूरत है. जो लोग भी इस संकट की घड़ी में काम कर रहे हैं वे बहुत बड़े रिस्क के साथ कर रहे हैं. अगर कोई इस तरह की घटना को अंजाम देगा तो हम सख्ती से काम करेंगे. कोई भी हमारे सरकारी कर्मचारियों को इस तरह से परेशान न करे. लोगों से अपील है कि उनका सहयोग बहुत जरूरी है. ये समय मिलकर इस वायरस से मुकाबला करने का है.