अमरोहा: एक दो दिन में हो सकता है मोहम्मद शमी और हसीन का समझौता
हसीन जहां के दबाव के चलते अब बिरादरी के लोगों ने मामले को सुलझाने के लिए पहल की है ताकि शमी को आगे कोई दिक्कत खड़ी न हो और वो अपने खेल पर फोकस कर सके.
अमरोहा: क्रिकेटर मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. काफी समय से चल रहे विवाद के बाद अब तुर्क बिरादरी के लोगों ने हसीन जहां के साथ पंचायत कर उन्हें शमी से समझौता कराने का भरोसा दिया है. हसीन जहां के दबाव के चलते अब बिरादरी के लोगों ने मामले को सुलझाने के लिए पहल की है ताकि शमी के लिए आगे कोई दिक्कत खड़ी ना हो और वो अपने खेल पर फोकस कर सकें.
शमी के गांव जा पहुंची थीं हसीन जहां
कहा जा रहा है एक दो दिन में शमी और हसीन का समझौता हो सकता है. हसीन अमरोहा में रहकर अपने हक की लड़ाई लड़ रही हैं. बता दें कि हसीन अपनी बेटी के साथ बीते रविवार को अचानक शमी के गांव जा पहुंची. वहां जा कर उन्होंने कहा कि ये उनका ससुराल है और अब वे यहां से कहीं नहीं जाएंगी. हालांकि शमी के घर का दरवाजा बंद था. हसीन जहां ने वहीं पर गांववालों और पुलिस के साथ पंचायत की और घर का ताला खुलवाने की मांग की. लेकिन आखिर तक घर का ताला नहीं खुला और उन्हें निराश हो कर अपनी बेटी के साथ वापस जाना पड़ा.
पुलिस वाले पर लगाया था शमी के परिवार का साथ देने का आरोप
हसीन ने आरोप लगाया था कि पुलिस वालों ने उनके आने से पहले शमी के घरवालों को सूचना दे दी थी, जिसके बाद शमी की मां और भाई घर का ताला बंद करके कहीं चले गए. हसीन ने ये भी कहा कि उन्होंने उन लोगों को गांव से बाहर जाते हुए देखा था. दरअसल हसीन जहां गांव आने से पहले अमरोहा के कोतवाली डीडौली पहुंची थीं, ताकि उन्हें पुलिस की सुरक्षा मिल सके. उन्होंने कहा कि एक यहीं के पुलिस वाले ने शमी के परिवारवालों को मेरे बारे में सूचना दी थी.
विधायक राजीव तरारा से भी की थी मुलाकात
हसीन जहां सोमवार को अमरोहा एसपी ऑफिस पहुंच कर इंसाफ दिलाने की मांग की थी. वहां पर उन्होंने बीजेपी विधायक राजीव तरारा से भी मुलाकात की थी. राजीव तरारा अमरोहा के धनौरा विधान सभा से विधायक हैं. उन्होंने कहा था कि एसपी साहब से हसीन जहां मामले में बात हुई है यूपी सरकार में इंसाफ होगा. वहीं अमरोहा के वकीलो ने भी हसीन जहां को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया था.