वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बीते मंगलवार को हुए हादसे की जांच क्राइम ब्रांच ने शुरू कर दी है. पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच इस हादसे के दोषियों को गिरफ्तार कर सकती है.गुरुवार को वाराणसी स्‍थित यूपी ब्रिज कारपोरेशन के ऑफिस में क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची. इसके अगुवाई एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र प्रसाद कर रहे थे. क्राइम ब्रांच ने ब्रिज कॉरपोरेशन के सस्पेंड किए गए अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की. बता दें कि इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी.


गैर इरादतन हत्या के केस के बाद क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच


क्राइम ब्रांच ने यूपी ब्रिज कॉरपोरेशन के अधिकारियों के खिलाफ सिगरा थाने में दर्ज गैर इरादतन हत्या के केस के बाद जांच शुरू की है. एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र प्रसाद की अगुवाई में ब्रिज कारपोरेशन के ऑफिस में पहुंची 20 लोगों की टीम ने सस्पेंड किए गए चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर हरिश्चन्द्र तिवारी से पूछताछ की.


क्राइम ब्रांच ने तिवारी से प्रोजेक्ट पर काम कर रहे सभी ऑफिसर्स और कर्मचारियों की लिस्ट मांगी है. इस पर कॉरपोरेशन के सीपीआरओ ने इस लिस्ट को एक दिन मुहैया कराने को कहा है. लगभग करीब एक घंटे तक चली पूछताछ में क्राइम ब्रांच ने सस्पेंड किये गए लोगों से कई सवाल पूछे. इन सवालों के लिखित जवाब सीपीआरओ क्राइम ब्रांच को सौपेंगे.


एविडेंस इकठ्ठा कर रहा है क्राइम ब्रांच


पूछताछ के बारे में बताते हुए एसपी क्राइम ने बताया कि टीम अभी इस मामले में पूरी जानकरी इकट्ठा कर रही है. पूछताछ और जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि ब्रिज कॉरपोरेशन के ऑफिसर्स ने उन्हें 24 से 48 घंटे में इन्‍फॉर्मेशन मुहैया कराने की बात कही है. इसके आधार पर पहले एविडेंस इकठ्ठा किए जाएंगे और उसके बाद दोषियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.


बता दें कि मंगलवार को फ्लाईओवर गिरने के बाद वाराणसी पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने ब्रिज कारपोरेशन के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर के आर सूदन, असिस्टेंट इंजिनियर राजेश कुमार और लालचंद्र को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था.