गाजियाबाद : क्राइम ब्रांच की टीम ने आज फिर से गाजियाबाद के उस मदरसे का दौरा किया, जहां 10 साल की एक लड़की को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर से लाकर एक किशोर ने कथित तौर पर बलात्कार किया था. इसी मामले के सिलसिले में अपराधा शाखा की टीम ने 25 अप्रैल को भी मदरसे का दौरा किया था.


दिल्ली पुलिस की टीम ने 22 अप्रैल को लड़की को मुक्त कराया था. इससे पहले 21 अप्रैल को पुलिस को लड़की के पिता ने उसकी गुमशुदगी की सूचना दी थी. यह मामला मंगलवार को अपराध शाखा के पास भेज दिया गया था. पीड़िता का बयान 23 अप्रैल को दर्ज कराया गया था.


इस बीच, दिल्ली में आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह ‘शर्मनाक’ है कि केंद्र और राज्य (उप्र) में बीजेपी सत्ता में है और वह आरोपी को गिरफ्तार करने के बजाय ‘विपक्ष की भूमिका’निभाते हुए कैंडल मार्च निकाल रही है.


दरअसल दिल्ली के गाजीपुर की रहने वाली करीब 11 साल की नाबालिग लड़की की किडनैपिंग और रेप का मामला सामने आया था. लड़की 21 तारीख की शाम को अचानक गाजीपुर के अपने घर के पास से लापता हो गई थी. घरवालों ने बच्ची को बहुत ढूंढा लेकिन वो नहीं मिली. इसके बाद परिजनों ने उसी शाम गाजीपुर पुलिस को घटना की सूचना दी. पुलिस फोन सीडीआर की मदद से लड़की तक पहुंची और पाया की लड़की गाजियाबाद के एक मदरसे में है.


गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस ने रेड की और लड़की को उस मदरसे से बरामद किया. साथ ही मदरसे के मौलवी और 17 साल के एक नाबालिग लड़के को अपने साथ पूछताछ के लिए थाने ले आई. पुलिस को लड़की की सीसीटीवी फुटेज भी मिली थी जिसमे वो लड़के के साथ जाते हुए दिख रही थी.


लड़की ने कोर्ट में बताया कि उसे 17 साल का नाबालिग लड़का अपने साथ गाजियाबाद के अर्थला इलाके के मदरसे में ले गया था. पुलिस ने लड़की की मेडिकल जांच भी करवाई जिसके बाद पॉक्सो एक्ट के तहत और रेप का केस दर्ज किया गया. आरोपी नाबालिग लड़के को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.