बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद, बेतिया में कांग्रेस नेता की गोली मारकर हत्या
बेतिया में मुखिया पति और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कांग्रेस नेता फकरुद्दीन अंसारी को गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है.
पटनाः बिहार में क्राइम का ग्राफ इन दिनों बढ़ता जा रहा है. आए दिन अपराधी घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. बिहार के कई जिलों में अपराधी अलग तरीकों से अपराध को अंजाम देकर पुलिस को चकमा देने में कामयाव हो रहे हैं. एक तरफ छपरा में भीड़ की हिंसा में तीन लोग मारे गए तो दूसरी ओर हाजीपुर में बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र लूटने पहुंचे दो लुटेरे ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए. ग्रामीणों ने कथित लुटेरों को खदेड़ कर पकड़ लिया और मौके पर ही पीट-पीटकर अधमरा कर दिया.
भीड़ ने लुटेरों की मोटरसाइकिल को तहस नहस कर दिया. मीरपुर पताड़ में बैंक आफ इंडिया के ग्राहक सेवा केंद्र पर दोनों लूटेरे हथियार के साथ पहुंचे और कैश लूट की कोशिस की. शोर होने पर लूटेरे भागे, लेकिन ग्रामीणों ने खदेड़ दोनों को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों लुटेरों को कब्जे में लिया. घटना के बाद अस्पताल में एक लूटेरे की मौत हो गई जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है.
वहीं एक अन्य घटना में चोरी के आरोप में भीड़ ने पति-पत्नी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. सदर थाना क्षेत्र के हरौली में मंदिर में पूजा के दौरान शोर हुआ की किसी महिला के गले की चेन चोरी हो गई. लोगो ने मंदिर में मौजूद महिला को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया. बाद में घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
बेतिया में कांग्रेस नेता को मारी गोली
वहीं बेतिया में मुखिया पति और पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कांग्रेस नेता फकरुद्दीन अंसारी को गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है. मिली जानकारी के अनुसार बाइक सवार अपराधियों ने पहले फखरुद्दीन को फोन कर घर के बाहर बुलाया वे जैसे ही अपने घर से बाहर निकले अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया.
इस घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फिल्मी स्टाइल में हथियार लहराते भाग निकले. आनन-फानन में परिजन कांग्रेस नेता को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई है.
मुजफ्फरपुर: थाने में घुसा बाढ़ का पानी, नाव बनी पुलिसकर्मियों और फरियादियों का सहारा