प्रयागराज: प्रयागराज में दो दिनों पहले एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं हो पाया था कि एक और सनसनीखेज वारदात ने जिले में हड़कंप मचा दिया है. शनिवार सुबह सीआरपीएफ के एक जवान ने अपनी पत्नी, बेटा और बेटी की पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी. जवान ने केंद्रीय सुरक्षा पुलिस बल के कैंप में बने क्वार्टर के अंदर पहले तीनों को मौत की नींद सुला दिया और फिर खुद भी पंखे के फंदे से लटकर जान दे दी.
पत्नी और दोनों बच्चों की हत्याकर की खुदकुशी
गोली की आवाज सुनते ही आसपास के क्वाटर्स में रहने वाले लोग जब मौके पर पहुंचे, तो घर के कमरे का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए. जमीन पर मां, बेटा और बेटी की खून से सनी लाश पड़ी हुई थी और फांसी के फंदे पर पिता लटका हुआ था. आनन-फानन में सीआरपीएफ के अफसरों ने घटना की जानकारी सिविल पुलिस के अधिकारियों को दी. जिसके बाद आला अफसरों ने मौके पर पहुंचकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
सीआरपीएफ में ड्राइवर के पद पर तैनात था जवान
आज एक बार फिर से प्रयागराज एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से दहल उठा है. दरअसल थरवई थाना इलाके के पडिला महादेव में बने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कैंप कार्यालय में बतौर आरक्षी सिरसा मेजा निवासी विनोद कुमार यादव पाइप टू के क्वार्टर नंबर 221 में अपनी पत्नी विमला यादव, बेटा संदीप यादव और बेटी सिमरन यादव के साथ रहता था. वो सीआरपीएफ में ड्राइवर के पद पर तैनात था. बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह विनोद ने अपने घर में अपनी ही लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी विमला यादव, बेटा संदीप और बेटी सिमरन को पहले गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया और फिर पंखे से लटकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पूरे मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को दे दी है. खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने तफ्तीश शरू कर दी है. कहा जा रहा है कि केंद्रीय सुरक्षा बल के बड़े अधिकारी खबर सुनते ही लखनऊ से प्रयागराज के लिए रवाना हो चुके हैं. पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, घटना के पीछे की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगी. घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे ले कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है.
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