नई दिल्ली: मुज़फ़्फ़रपुर के CRPF के इंस्पेक्टर पिंटू सिंह के शहीद होने पर पूरे परिवार में गम का माहौल है. शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए भारत के इस वीर सपूत की शहादत की सूचना मिलने के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. बता दें कि उनके परिजनों को 12 मार्च को उनके आने का इंतज़ार था.


शहादत की सूचना के बाद उनकी पत्नी और 4 साल की बच्ची समेत पूरा परिवार बेगूसराय के पैतृक गांव के लिए निकला. परिजनों ने बताया कि कल रात अचानक सूचना मिली कि पिंटू सिंह शहीद हो गए है. पिंटू सिंह की 4 साल की बेटी है जो इस वक्त कुछ समझ भी नही पा रही है. वहीं शहीद की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है.


शहीद इंस्पेक्टर पिंटू सिंह ने 2009 में CRPF ज्वाइन किया था. उनका पैतृक निवास बेगूसराय के बगरस धनचक्की गांव है. वह पांच भाइयों में सबसे छोटे थे. पिंटू सिंह के 4 अन्य भाई पेशे से किसान हैं. पूरे परिवार की जवाबदेही इन्हीं के ऊपर थी. पिंटू सिंह की शिक्षा मुज़फ़्फ़रपुर के LS कॉलेज से हुई थी.


शहीद पिंटू सिंह के साले पंकज कुमार ने बताया कि वह सहरसा में थे जब उन्हें सूचना मिली कि उनके बहनोई शहीद हो गए है. जिसके बाद वो आनन फानन में मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचे.


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