लखनऊ: सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद उन्नाव रेप पीड़िता को तथा उनके अधिवक्ता को सीआरपीएफ की सुरक्षा प्रदान की गई है. लखनऊ के ट्रामा सेंटर सहित उन्नाव के माखी गांव में इन दोनों के घर पर अब पीएसी के साथ सीआरपीएफ का पहरा लगा दिया गया है. पीड़िता के ताऊ की पत्नी की सुरक्षा में भी सीआरपीएफ के तीन जवानों को तैनात किया गया है.


वहीं पीड़िता के मुकदमों की पैरवी करने वाले दोनों वकीलों की सुरक्षा में भी रात को ही तीन-तीन सीआरपीएफ जवानों को तैनात कर दिया गया. परिवार के मददगार उनके ही गांव माखी निवासी एक शख्स को भी सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई है. दोनों को स्थानीय पुलिस ने एक दिन पहले ही सुरक्षा प्रदान कर दी थी.


रेप पीड़िता के वकील के बाद सीबीआई के गवाह को भी पुलिस ने सुरक्षा उपलब्ध कराई है. आईजी के निर्देश पर एसपी ने सुरक्षा के तौर पर एक गनर तैनात किया है.


ज्ञात हो कि गुरुवार को उन्नाव रेप मामले पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा सीआरपीएफ की टीम करेगी. साथ ही पीड़िता के वकील को भी सीआरपीएफ की सुरक्षा दी जाएगी. इस मामले में सीआरपीएफ सर्वोच्च न्यायालय में रिपोर्ट सौंपेगा.