मेरठ हिसंक झड़प: ठाकुरों के बाद अब दलितों की महापंचायत बनी पुलिस के लिए आफत
मुद्दा उल्देपुर गांव में छेड़छाड़ का विरोध करने पर दलित छात्र रोहित की हत्या से जुड़ा है. महापंचायत के एलान के बाद पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं. पुलिस ने महापंचायत रोकने की कोशिशें शुरू की है. मगर अब रोहित के पिता ने वीडियो जारी करके दलित समाज को पंचायत में पहुंचने की अपील कर दी है.
मेरठ: 20 अगस्त यानी सोमवार को मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर दलितों की महापंचायत जुटेगी. मुद्दा उल्देपुर गांव में छेड़छाड़ का विरोध करने पर दलित छात्र रोहित की हत्या से जुड़ा है. महापंचायत के एलान के बाद पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं. पुलिस ने महापंचायत रोकने की कोशिशें शुरू की है. मगर अब रोहित के पिता ने वीडियो जारी करके दलित समाज को पंचायत में पहुंचने की अपील कर दी है.
पुलिस ने मृतक रोहित और उसके परिवार के खिलाफ ही दर्ज किया केस
रोहित की हत्या के मामले में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ छह दिन पहले क्षत्रिय महासभा के बैनर तले ठाकुर समाज ने मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर महापंचायत की थी. पंचायत के बाद प्रदर्शनकारियों ने उल्देपुर हत्याकांड मामले में आरोपी पक्ष की ओर से एसएसपी को एक तहरीर दी थी जिसके आधार पर एक दर्जन लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश, डकैती और मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया था. हैरत की बात यह रही कि इस मुकदमें में उल्देपुर संघर्ष में मारे गये रोहित को भी नामजद किया गया है. रोहित के अलावा उसके पिता, चाचा और कई परिजन नामजद हैं. दलित पक्ष मानता है कि पुलिस की शह पर ठाकुर उनके खिलाफ केस दर्ज करवाकर रोहित हत्याकांड में समझौते के लिए दबाब बनाना चाहते हैं.
पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ है दलितों की महापंचायत
दलित पक्ष पुलिस की इस कार्रवाई को अपने उत्पीड़न से जोड़कर देख रहा है. इसी कारण सोमवार 20 अगस्त को मेरठ के कमिश्नरी चौराहा पार्क में दलितों की महापंचायत का आयोजन किया गया है. महापंचायत के आयोजन को लेकर पुलिस के अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है. एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने महापंचायत का आयोजन रुकवाने के लिए इलाके के कई दलित नेताओं से संपर्क साध रखा है. इस आयोजन से जुड़े दलित हकों के पैरोकार डॉ. सुशील गौतम ने बताया कि पुलिस के अफसरों ने उन्हें पंचायत रोककर मिलने के लिए बुलाया है. अफसरों से मिलेगें जरूर लेकिन पंचायत रूकने का कोई प्रश्न ही नहीं है.
रोहित के पिता ने जारी किया वीडियो, महापंचायत रोकने के लिए उड़ रही है अफवाह
उधर अफसरों की कोशिशों से इतर मृतक रोहित के पिता धर्मवीर ने व्हाट्सअप एप और सोशल प्लेटफार्म के जरिए वीडियो और फोटो जारी करके महापंचायत के स्थगित किए जाने की खबरों को अफवाह बताया है. वीडियो में हाथ जोड़कर धर्मवीर कहते नजर आ रहे हैं कि उन्हें दबाने की कोशिश की जा रही है. उनके बेटे रोहित को न्याय दिलाने के लिए दलित भाई महापंचायत में समय से अवश्य पहुंचे. एसपी ग्रामीण राजेश कुमार का कहना है कि 3 आरोपी गिरफ्तार करके जेल भेजे गए हैं और बाकियों की तलाश जारी है. जहां तक रोहित के खिलाफ केस दर्ज करने की बात है, संघर्ष में हुए पथराव के दौरान दूसरे पक्ष के लोग भी घायल हुए थे इसलिए केस दर्ज किया गया है. तफ्तीश जारी है. दोनों पक्षों के साथ न्याय किया जाएगा.
क्या था मामला
मेरठ के उल्देपुर गांव में 9 अगस्त की सुबह दलित छात्र रोहित की हत्या कर दी गई थी. मामला कांवड़ देखने गई दलित लड़कियों के साथ छेड़छाड़ से जुड़ा था. विरोध करने पर ठाकुर बिरादरी के लड़कों ने दलित लड़कों को रास्ते में डंडों से पीटा था. अगले दिन दलित बिरादरी के लोग ठाकुरों के घर शिकायत लेकर पहुंचे थे. बता जा रहा है कि समझौते के बाद ठाकुरों ने अचानक हमला बोला और इस हमले में रोहित की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस इस मामले में नामजद 9 आरोपियों में से केवल तीन को गिरफ्तार कर पाई है. वारदात के बाद से गांव में पुलिस और आरआरएफ कैंप कर रही है और दोनो पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है.