कासगंज/बदायूं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों अंबेडकर गांवों में रातें गुजार रहे हैं. यूपी कैबिनेट के तमाम मंत्री भी दलितों की ही बातें कर रहे हैं लेकिन फिर भी यूपी में दलित उत्पीड़न की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
ताजा मामले कासगंज और बदायूं के हैं. कासगंज में एक सफाईकर्मी को गोली मार दी गई वहीं बदायूं में एक दलित को पेशाब पिलाने का मामला सामने आया है.
कासगंज: कासंगज कोतवाली इलाके में दलित सफाईकर्मी सोनू को रिंकू ठाकुर नाम के दबंग ने गोली मार दी. सफाई को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था. आक्रोशित सफाईकर्मियों ने कोतवाली को घेर लिया और जम कर हंगामा किया. गुस्साए लोगों ने बिलराम गेट चौराहे पर जाम भी लगा दिया. कासगंज के एसपी पीयूष श्रीवास्तव मौके पर पुलिस बल को लेकर पहुंच गए और ऐहतियातन आस-पास के थानों से भी फोर्स मंगा लिया. फिलहाल इलाके में तनावपूर्ण शांति है.
बदायूं: वाल्मीकि समाज के एक शख्स ने गांव के ही 5 लोगों पर मारपीट, जाति सूचक गालियां देने और जूते में पेशाब पिलाने का आरोप लगाया है. पीड़ित का आरोप है कि उसने गेहूं काटने से इंकार किया था जिसके बाद उसके साथ मारपीट की गई और मूछें भी उखाड़ ली गईं. थाना हजरतपुर इलाके के आजमपुर गांव के रहने वाले सीताराम बाल्मीकि ने गांव के विजय सिंह, पिंकू, विक्रम सिंह व सोमपाल पर मारपीट करने, मूंछ उखाड़ने और जूते में पेशाब पिलाने के आरोप लगाए हैं.
पीड़ित का कहना है कि वह गेहूं काट रहा था. आरोपी चाहते थे वह पहले उनके गेहूं काटे. पीड़ित ने गेहूं काटने से मना किया तो उसका बुरा हाल किया गया. पीड़ित के घर वालों ने डायल 100 को सूचना दी. डायल 100 दोनों पक्षों को थाने ले आई और दोनों पर ही 151 की कार्रवाई की गई. एसएसपी अशोक कुमार का कहना है कि आरोप के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और जांच कर कार्यवाही की जा रही है.