इलाहाबाद: एससी एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले के विरोध में दलित संगठनों द्वारा आयोजित भारत बंद का आज संगम नगरी इलाहाबाद में भी जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है. इलाहाबाद में दलित संगठनों से जुड़े हजारों कार्यकर्ता आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने तीन जगहों पर ट्रेनों को रोककर रेलवे ट्रैक जाम किया है और साथ ही जगह - जगह जबरन बाजार को बंद कराया है. हालांकि बंद समर्थक इलाहाबाद में काफी देर से सड़कों पर उतरे और दोपहर बाद हंगामा शुरू किया.
प्रदर्शनकारियों ने मेजा इलाके में नई दिल्ली से जम्मूतवी जाने वाली मूरी एक्सप्रेस ट्रेन को रोका तो साथ ही प्रयाग स्टेशन पर मालगाड़ी और जंक्शन के पास भी मालगाड़ी को बीच रास्ते रोका. जंक्शन पर एक हजार से ज़्यादा प्रदर्शकारियों ने रेलवे ट्रैक जाम कर व्यवस्था को हिला दिया. बंद रेलवे ट्रैक को खाली कराने के लिए डीएम व एसएसपी को भी मौके पर पहुंचना पड़ा. बंद समर्थकों ने दोपहर को सड़कों पर उतरकर बाजार जबरन बंद कराए. इस दौरान भारी भीड़ के चलते पुलिस भी तमाशबीन बनी रही. छिटपुट झड़पों को छोड़कर अभी तक का बंद शांतिपूर्ण रहा है. बंद समर्थकों के सड़कों पर उतरने से काफी देर तक हंगामे व अफरा तफरी का माहौल रहा.
इलाहाबाद में हो रहे इन प्रदर्शनों के ज़रिए जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नाराज़गी जताई जा रही है, वहीं केंद्र की मोदी सरकार से दलित क़ानून में किसी तरह का बदलाव करने पर अंजाम भुगतने का अल्टीमेटम दिया जा रहा है.
प्रदर्शनकारी दलित संगठनों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर एससी एसटी एक्ट में बदलाव कर उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश की गई तो उसके अंजाम बेहद खतरनाक होंगे. प्रदर्शनकारियों ने इसे मोदी सरकार की साजिश करार दिया है. इलाहाबाद में दोपहर तकरीबन एक बजे तक माहौल सामान्य था, लेकिन उसके बाद अचानक जगह -जगह लोग इकट्ठे होने लगे और प्रदर्शन किया.