नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक वायरल वीडियो ने स्थानीय बीजेपी नेताओं की पोल खोल कर रख दी है. बीजेपी नेताओं ने फेसबुक पोस्ट से नाराज होकर दलित टीचर को पैर छूने के लिए मजबूर किया. इस दौरान सबसे हैरान करने वाली ये रही कि कानून व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे करने वाली यूपी पुलिस के अधिकारी भी तमाशा देखते रहे.
दरअसल अलीगढ़ कोतवाली इगलास कस्बा के शिवदान सिंह इंटर कॉलेज के दलित अध्यापक सत्यभान सिंह ने ब्राह्मण को लेकर फेसबुक पर पोस्ट डाली थी. इस पोस्ट को लेकर बीजेपी नेताओं में नाराजगी थी. सत्यभान सिंह के इस पोस्ट को लेकर दीपेश दीक्षित नाम के व्यक्ति ने थाने में तहरीर दी.
इसके बाद जो हुआ वो पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है. पुलिस ने सत्यभान सिंह थाने में बुलाकर भगवा गमझाधारी बीजेपी नेता कालीचरण गौड़ के पैर छूने को कहा और माफी मंगवाई. कालीचरण गौड़ बीजेपी के मंडल अध्यक्ष हैं. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
यूपी पुलिस ने पहले भी की लापरवाही
यह पहला मामला नहीं है जब उत्तर प्रदेश पुलिस का इस तरह का लापरवाह रवैया सामने आया है. इससे पहले हापुड़ में एक व्यक्ति की गोकशी के आरोप में पीट पीट कर हत्या कर दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में शव को घटीसते हुए ले जाया गया. इस घटना पर बाद में डीजीपी ऑफिस ने खेद जताया था.
वहीं हमीरपुर में जेल में पांच कैदियों को पुलिस वालों ने मुर्गा बनाकर बेल्ट से पीटा था. वीडियो वायरल होने के बाद जेल अधीक्षक हरिबख्श सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था. हैरान करने वाली बात कि जिस दिन घटना हुई हरिबख्श सिंह जेल में ही मौजूद थे, उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वो उस दिन छुट्टी पर थे.