(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सीतापुर: दलित महिला के साथ दबंगों ने गैंगरेप के बाद जबरन किया निकाह, फिर फेंक दिया!
सीतापुर में गैंगरेप की ये घटना 9 अगस्त 2017 की है. शाम का वक्त था. पीड़ित दलित महिला घर से शौच के लिए निकली थी. तभी पीछे से एक स्कार्पियो गाड़ी से 3 लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और उसको 4 दिन तक बंधक बना कर रेप किया.
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सनसनीखेज़ वारदात सामने आई है जहां एक दलित महिला का साथ रेप किया गया. इतना ही नहीं रेप के बाद उसके साथ जबरन निकाह करने की भी बात सामने आई है. आरोप ये भी है की वारदात के बाद उसको NH24 पर सड़क के किनारे फेंक कर सभी आरोपी फरार हो गए. महिला ने पुलिस वालों से इस बात की शिकायत की लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई.
पीड़ित महिला ने पुलिस के बड़े अधिकारियो से भी संपर्क किया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. सिर्फ आश्वासन मिला. उसके बाद महिला ने कोर्ट का सहारा लिए और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया. सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 366, 342, 376 और 506 में केस दर्ज किया गया. लेकिन पुलिस ने 3 महीने बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. गैंगरेप के मुख्य आरोपी से जब बात की गई तो उसका कहना था की CO सिटी योगेंद्र प्रताप सिंह ने गैंगरेप के मुकदमे से उसका नाम हटाने के लिए उससे 1.5 लाख रुपया मांगा था. जो उसने दे दिया है और वो निकाह नामा भी दे दिया गया है जो फ़ार्म हाउस पर मौलवी को बुला कर पढ़वाया गया था.
सीतापुर में गैंगरेप की ये घटना 9 अगस्त 2017 की है. शाम का वक्त था. पीड़ित दलित महिला घर से शौच के लिए निकली थी. तभी पीछे से एक स्कार्पियो गाड़ी से 3 लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और उसको 4 दिन तक बंधक बना कर रेप किया. पीड़ित महिला ने जो एफआईआर दर्ज कराई है. उसमे साफ लिखा है कि मतीन और उसके दोस्तों ने उसका अपहरण किया और बंधक बना कर रेप करते रहे.
जब इस वारदात की शिकायत पीड़ित महिला ने पुलिस से की तो उसकी एक नही सुनी गई. जिसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली. मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने भी 2 जनवरी 2018 को मतीन और उसके दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दे दिए. 3 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. इसके पीछे बड़ी वजह है, जिसे गैंगरेप के मुख्य आरोपी मतीन ने खुद स्टिंग ऑपरेशन में बताई है.
ये पूरा मामला थाना खैराबाद इलाके का है. गैंगरेप पीड़ित महिला दलित है, यही वजह है कि इस पूरे प्रकरण की जांच सीतापुर सीओ सिटी योगेंद्र प्रताप सिंह कर रहे है. पुलिस अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह ने महिला के कई बार पुलिस डायरी में भी बयान लिए. हर बार पीड़ित महिला ने पुलिस को वो बयान दिए जो वो एफआईआर में कह कर आई है. पुलिस ने जब दलित पीड़ित महिला को 29 जनवरी 2018 को कोर्ट में पेश किया, तो उसने मतीन के खिलाफ कोर्ट में 164 के बयान दिए. पीड़ित महिला ने कोर्ट में बताया की मतीन ने उसका जबरन अपहरण किया, रेप किया और उसके साथ मारपीट भी गई. इतना ही नहीं उसको भूखा प्यासा भी रखा गया.