लखनऊ/सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में हिंसाग्रस्त सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर गांव में पीड़ितों से मिलने जाने की कोशिश कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस और प्रशासन ने हरियाणा बोर्डर पर यमुना पुल पर ही रोक लिया. इस दौरान राहुल ने कहा कि दलितों को पूरे हिंदुस्तान में दबाया जा रहा है. विरोध में राहुल ने करीब एक किलोमीटर की पदयात्रा की और एक ढाबे पर मीडियाकर्मियों से बातचीत की.
उन्होंने कहा, "आज के हिंदुस्तान में गरीब, कमजोर के लिए जगह नहीं है. दलितों को दबाया जा रहा है, ये पूरे हिंदुस्तान में हो रहा है, केवल यूपी ही नहीं, पूरे हिंदुस्तान में डर फैलाया गया है. मोदी सरकार सिर्फ अमीर लोगों की बात मानती है. सरकार में शामिल लोग हालांकि अपने भाषणों में गरीब-गरीब बार दोहराते हैं."
राहुल ने कहा, "मैं शब्बीरपुर के लोगों का हाल जानना चाहता था, लेकिन मुझे वहां नहीं जाने दिया गया. पुलिस न जानें हमसे क्या छिपाना चाहती है." उन्होंने कहा कि डीएम और एसएसपी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जैसे ही शब्बीरपुर के हालात सामान्य होंगे, वे स्वयं उन्हें उस गांव लेकर जाएंगे. राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था का राज कायम करने में पूरी तरह विफल रही है. शब्बीरपुर भी इसका उदाहरण है.
कश्मीर में जारी तनाव पर कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, "आज जम्मू-कश्मीर जल रहा है, हमने वहां शांति लाने के लिए 10 साल काम किया था, जम्मू-कश्मीर में जब शांति होती है तो हिंदुस्तान को शक्ति मिलती है और जब जम्मू-कश्मीर में अशांति होती है तो पाकिस्तान को फायदा होता है."
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. अब उन्हें बताना चाहिए कि बीते तीन साल में उन्होंने कितने युवाओं को रोजगार दिया है.
इससे पहले, राहुल गांधी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं- गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर के साथ दिल्ली से सहारनपुर के लिए रवाना हो गए. राज्य प्रशासन द्वारा राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को प्रदेश में लैंड करने की मंजूरी नहीं मिलने के बाद वह सड़क मार्ग से सहारनपुर जा रहे थे. जिला प्रशासन ने राहुल को रोकने की पूरी तैयारी कर ली थी. जिले की सीमाएं सील कर दी गईं और जगह-जगह बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई.
सहारनपुर के जिलाधिकारी प्रमोद कुमार पांडे ने कहा कि राहुल गांधी को हिंसा प्रभावित इलाके में दौरा करने की अनुमति नहीं दी गई है. ऐसे में अगर वह यहां आते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. राहुल के वहां जाने से हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं.
सहारनपुर में 5 मई को महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर शोभायात्रा निकाली गई थी. उसी दौरान ठाकुरों और दलितों के बीच संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. दलितों के घरों को आग लगा दी गई और तलवार से कई लोगों को घायल कर दिया गया. हिंसा की आग कई गांवों में फैल गई. तब से रह-रह कर जातीय दंगे हो रहे हैं. लोग दशहत के साए में जी रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेताओं के सहारनपुर दौरे को मंजूरी नहीं देने का आदेश दिया है. राहुल गांधी को भी सहारनपुर जिले के हिंसाग्रस्त गांवों का दौरा करने की मंजूरी नहीं दी गई. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने इस सप्ताह की शुरुआत में सहारनपुर का दौरा किया था, उसके बाद हिंसा और भड़क गई थी.